कोरोना वायरस की वजह देश में रोजगार का संकट लगातार गहराता जा रहा है। अब सरकारी विमानन कंपनी एयर इंडिया ने दक्षता, स्वास्थ्य और जरूरत जैसे पहलुओं के आधार पर कर्मचारियों की पहचान कर उन्हें पांच साल तक के लिए बिना वेतन अनिवार्य अवकाश पर भेजा जाएगा। इसकी प्रक्रिया कंपनी ने शुरू कर दी है।
कंपनी द्वारा मंगलवार को जारी एक आधिकारिक आदेश के मुताबिक निदेशक मंडल ने कंपनी के चेयरमैन एवं एमडी राजीव बंसल को कर्मचारियों की क्षमता, प्रदर्शन की गुणवत्ता, दक्षता, स्वास्थ्य, पहले से ड्यूटी के समय अनुपलब्धता, आदि के आधार पर छह महीने या दो साल के लिए बिना वेतन के अनिवार्य छुट्टी पर भेजने के लिए अधिकृत किया है। अब इस अवधि को बढ़ाकर पांच साल तक किया जा सकता है।
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एयर इंडिया द्वारा 14 जुलाई को जारी आदेश में कहा गया है कि कंपनी में विभागों के प्रमुखों के साथ-साथ क्षेत्रीय कार्यालयों के निदेशक निम्न तथ्यों के आधार पर प्रत्येक कर्मचारी का मूल्यांकन करेंगे और बिना वेतन के अनिवार्य छुट्टी पर कुछ कर्मचारियों को भेजा जाएगा।
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देश में फैल रहे कोरोना वायरस के मामले को देखते हुए बीते 25 मार्च को पूरे देश में पूर्ण लॉकडाउन की घोषणा कर दी गई थी। जिसकी वजह से घरेलू एवं अंतर्राष्ट्रीय उड़ानों पर प्रतिबंध लगा दिया गया था। उसके बाद 25 मई से चरणबद्ध तरीके से घरेलू उड़ानों की अनुमति दी गई। अभी भी अंतर्राष्ट्रीय उड़ान पर प्रतिबंध जारी है।
कोरोना महामारी की वजह से भारत और अन्य देशों में यात्रा पर लगे प्रतिबंध की वजह से विमानन कंपनियों पर भारी असर हुआ है।