आम आदमी पार्टी में चल रही खींचतान के बीच पार्टी के वरिष्ठ नेता योगेंद्र यादव ने आज कहा कि पार्टी में संकट से जुड़ी सभी खबरें काल्पनिक हैं और यह समय चुनावों में मिली बड़ी जीत के बाद काम करने का है न कि छोटी हरकतों में उलझने का।
उन्होंने कहा कि दिल्ली की जनता ने पार्टी को एक भारी जनादेश दिया है और किसी को इन छोटी हरकतों में नहीं उलझना चाहिए। उन्होंने कहा कि पिछले कुछ दिनों से मैं अपने और प्रशांत भूषण जी के बारे में बातें सुन रहा हूं। उन्होंने कहा कि खबरें गढ़ी जा रही हैं, हमारे खिलाफ आरोप मढ़े जा रहे हैं और साजिशें रची जा रही हैं।
यादव ने फेसबुक पर डाली गई एक पोस्ट में कहा, मैं दुखी हूं लेकिन मुझे इस पर हंसी भी आ रही है। हंसी इसलिए आ रही है क्योंकि इसका कोई आधार ही नहीं है। जो लोग इन कहानियों को गढ़ रहे हैं, उनके पास वक्त कम है, लेकिन कल्पना ज्यादा। लेकिन मुझे इन कहानियों के पीछे की नीयत को देखकर बहुत दुख होता है।
यादव ने कहा, दिल्ली की जनता ने हमें बहुत बड़ी जीत दी है। यह समय एक बड़ी जीत के बाद बड़े काम करने का है। देश को हम से बहुत सी उम्मीदें हैं। मैं यही उम्मीद कर सकता हूं कि हम अपनी छोटी हरकतों के जरिए उम्मीद की इस किरण को छोटा न पड़ने दें।
प्रशांत भूषण पार्टी में एक व्यक्ति केंद्रित सोच का मुद्दा उठा रहे हैं, जिससे आम आदमी पार्टी आंतरिक संकट से जूझ रही है। लग-भग सात माह पहले यादव ने व्यक्तिवाद का शिकार होने के लिए केजरीवाल की आलोचना की थी। उन्होंने कहा था, दिल्ली चुनावों के दौरान किया गया एक व्यक्ति पर केंद्रित प्रचार हमारी पार्टी को उन अन्य पारंपरिक पार्टियों जैसा दिखाता है, जो कि व्यक्ति केंद्रित ही हैं। एकमात्र अंतर यही है कि हम अभी भी दावा करते हैं कि हमने स्वराज के सिद्धांतों को अपना रखा है, जबकि वे ऐसा नहीं करते।
भूषण ने आप की राष्ट्रीय कार्यकारिणी के सदस्यों को लिखे पत्र में कहा, एक व्यक्ति पर केंद्रित अभियान चलाना प्रभावी हो सकता है, लेकिन क्या यह हमारे सिद्धांतों का त्याग कर देने को उचित ठहराता है? यदि हमें किसी सुप्रीमो के नियंत्रण में चलने वाली पार्टी से दूर रहना है तो हमें सजगता के साथ सुधार करना होगा। आप की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक बीते गुरूवार को हुई थी।