मायावती ने कहा, मैंने अभिभाषण ध्यानपूर्वक सुना। राष्ट्रपति का अभिभाषण हमेशा केंद्र की नीति को प्रदर्शित करता है। ऐसा प्रतीत होता है कि यह सरकार काम कम, बातें ज्यादा कर रही है। कम से कम राष्ट्रपति के अभिभाषण से तो ऐसा ही संकेत मिलता है।
भूमि अध्यादेश पर अन्ना हजारे के आंदोलन के बारे में उनकी राय पूछे जाने पर मायावती ने कहा कि यह किसानों के हित में है।
उन्होंने कहा, सरकार द्वारा लाया गया भूमि अध्यादेश आम लोगों के हित में नहीं है। अन्ना हजारे इसका विरोध कर रहे हैं और वह किसानों के हित में यह कर रहे हैं।
उन्होंने कहा, हमारी पार्टी ने शुरू से ही अध्यादेश का विरोध किया है।
यह पूछे जाने पर कि क्या उनकी पार्टी हजारे के आंदोलन का समर्थन करेगी, मायावती ने कहा, हमारी पार्टी अन्ना हजारे के जंतर मंतर आने के पहले इसका विरोध कर रही थी। हम अन्ना का अनुसरण नहीं कर रहे हैं। हमारी पार्टी की अपनी नीति है। जब तक सरकार भूमि अधिग्रहण नीति में बदलाव नहीं करती, हम इसका जोरदार विरोध करेंगे क्योंकि यह किसानों के हित में नहीं है।