न्यूज चैनल आज तक के साथ बातचीत में सीपीआई नेता बृंदा करात ने यह बात कही है। हाल के दिनों में आर्मी चीफ के बयान से जुड़े एक सवाल के जवाब में उन्होंने खुद सवाल पूछा कि क्या केंद्र सरकार ने आर्मी चीफ को कुछ भी बोलने का प्रमाण पत्र दिया हुआ है? करात ने कहा कि आर्मी चीफ आए दिन कुछ न कुछ बयान देते रहेते हैं, उन्हें इससे बचना चाहिए। सीपीआाई नेता ने कहा कि हमारे सेनाध्यक्ष को इस तरह का बयान कतई शोभा नहीं देता है। करात ने कहा कि अगर वे इसी तरह बयानबाजी करते रहे तो फिर और भी बहुत से सवाल उठेंगे, इसलिए उन्हें इससे बचना चाहिए।
कांग्रेस नेता संदीप दीक्षित के आर्मी चीफ को लेकर दिए बयान के विषय पर बृंदा करात ने कहा कि दीक्षित ने कहा कि उन्होंने इसके लिए माफी मांग ली है। इसलिए इस बात को अब यहीं खत्म कर देना चाहिए.
चुनाव आयोग के अवमानना का अधिकार मांगने पर करात ने कहा कि अगर वास्तव में चुनाव आयोग को लगता है कि उसकी प्रतिष्ठा को हानि हुई है, तो वह कोर्ट का रास्ता अपना सकता है. उन्होने कहा कि उन्हें नहीं लगता कि चुनाव आयोग को अभी ऐसी किसी शक्तियों की ज़रूरत है.