दिल्ली के शाहीन बाग में एक महीने से भी ज्यादा समय से नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) और राष्ट्रीय नागरिकता रजिस्टर (एनआरसी) के विरोध में लोग जमा हैं। इस विरोध प्रदर्शन की अगुआई कर रहे शेरजिल इस्लाम के खिलाफ असम सरकार केस दर्ज कराने जा रही है। असम के वित्तमंत्री हेमंत बिस्व सरमा का कहना है कि शेरजिल शाहीन बाग में असम को भारत से अलग करने की बात कर रहे हैं। शेरजिल का इस तरह की बात कहता एक ऑडियो सोशल मीडिया पर काफी वायरल हो रहा है। असम राज्य सरकार ने इसी पर संज्ञान लिया है। अब सरकार उनके खिलाफ केस दर्ज करेगी।
वायरल वीडियो और असम सरकार का कदम
एक प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए, असम के वित्त मंत्री ने कहा कि शेरजिल इस्लाम को एक ऑडियो क्लिप में यह कहते हुए सुना गया है कि “राज्य को शेष भारत से काट दिया जाना चाहिए। वहां हिंदू और मुस्लिम बंगाली या तो मारे जा रहे हैं उन्हें डिटेंशन सेंटरों में डाला जा रहा है।”
सरमा ने कहा, “असम सरकार ने इस देशद्रोही बयान का संज्ञान लिया है और हम इस व्यक्ति के खिलाफ मामला दर्ज करेंगे।” उन्होंने कहा, “इस व्यक्ति ने बहुत ही गलत बातें कही हैं। वे भारत को नष्ट करना चाहते हैं। हम उनको अदालत में लाएंगे ताकि कानून के अनुसार उन्हें दंडित किया जाए।” सरमा ने कहा कि राज्य सरकार ने ऑडियो क्लिप की सत्यता की पुष्टि की है।
सीएए पर सरमा का कहना है कि इसके खिलाफ विरोध के पूरे पैटर्न का असम और देश के बाकी हिस्सों में एक ही आख्यान है। यह एक विशेष समुदाय का एक वर्ग भारत से बाहर एक और पाकिस्तान बनाना चाहता है और हम इसकी अनुमति नहीं दे सकते। हमें इन ताकतों के खिलाफ सतर्क रहना होगा। उत्तर पूर्व और असम के लोग कभी ऐसा नहीं चाहेंगे। असम भारत का अभिन्न अंग है।”
संबित पात्रा ने कांग्रेस-आप पर साधा निशाना
इस बीच भाजपा प्रवक्ता संबित पात्रा ने भी यही असम वाला ऑडियो जारी किया है। उनका कहना है कि शाहीन बाग में देश के टुकड़े करने की साजिश हो रही है। उन्होंने शाहीन बाग के प्रदर्शन को दिल्ली में होने वाले विधानसभा चुनाव से जोड़ कर कहा कि वहां चल रहे प्रदर्शन को कांग्रेस और आम आदमी पार्टी का समर्थन मिला हुआ है। उन्होंने दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया के ट्वीट का भी जिक्र किया, जिसमें सिसोदिया ने शाहीन बाग के प्रदर्शनकारियों के साथ होने की बात कही थी। पात्रा ने कहा कि सिसोदिया के बाद मुख्यमंत्री केजरीवाल और कांग्रेस नेता राहुल गांधी को भी शाहीन बाग को लेकर अपना स्टैंड बताना चाहिए।
महिलाओं ने थामी है कमान
महिलाओं और बच्चों सहित हजारों लोग शाहीन बाग और पास के जामिया मिलिया इस्लामिया में नागरिकता (संशोधन) अधिनियम (सीएए) और राष्ट्रीय नागरिक रजिस्टर (एनआरसी) के खिलाफ 15 दिसंबर से विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं।