तेजपुर के भाजपा सांसद राम प्रसाद शर्मा ने कहा, सिगरेट पीने से कैंसर होता है या नहीं, इसके अब तक पूर्ण प्रमाण नहीं है। देश में तंबाकू की बिक्री से जुड़े नियमों पर विचार कर रही संसद की अधीनस्थ विधान समिति के सदस्य ने कहा कि पैनल तथ्यों पर गौर करेगा। शर्मा ने कहा, यह साबित करना मुश्किल है कि धूम्रपान से कैंसर होता है या नहीं। धूम्रपान या तंबाकू कैंसरकारक हैं या नहीं, या फिर उसमें कोई औषधीय गुण भी तो नहीं है, उसका पता लगाया जाना है। अत एव हमने उसे समिति की बैठक में रखा है ताकि डाक्टर आएं और इस बात की गवाही दें या रासायनिक सबूत, मेडिकल सबूत पेश कर पाएं कि धूम्रपान से कैंसर होता है।
शर्मा ने कहा, हम धूम्रपान के पक्ष या विपक्ष में नहीं हैं, हम बस यह चाहते हैं कि इस बात पर निष्पक्ष ढंग से विचार किया जाए हैं कि सिगरेट पीने से कैंसर होता है या नहीं। उन्होंने कहा कि वह दो एेसे वरिष्ठ वकीलों को जानते हैं जिनमें से एक हर रोज 60 सिगरेट और एक बोतल दारू पीते थे फिर 86 साल की उम्र में बिना कैंसर के उनकी मौत हुई। दूसरे वकील 75 साल के हैं और हर दिन 40 सिगरेट और शराब पीते हैं लेकिन उन्हें भी कैंसर नहीं है। शर्मा का बयान एेसे समय में आया है जब इलाहाबाद के भाजपा सांसद बीड़ी कारोबारी श्यामा चरण गुप्ता ने यह कहकर विवाद खड़ा कर दिया है कि लगातार धूम्रपान करने वाले कई लोगों को कोई कैंसर नहीं है। उसी संसदीय समिति के सदस्य गुप्ता ने कहा, मैं आपके सामने ढेरों एेसे व्यक्तियों को खड़ा कर सकता हूं जो लगातार बीड़ी पीते हैं और आज तक उन्हें कोई बीमारी या कैंसर नहीं है आपको चीनी, चावल, आलू खाने से मधुमेह होता है।
गुप्ता के बयान से महज कुछ दिन पहले इस पैनल के प्रमुख भाजपा सांसद दिलीप गांधी ने कहा था कि तंबाकू के सेवन से कैंसर होने की बात को सत्यापित करने के लिए कोई भारतीय अध्ययन उपलब्ध नहीं है। उनके इस बयान से सरकार असहज स्थिति में है और विपक्षी दल एवं मेडिकल बिरादरी की भृकुटि तन गयी है। इसी बीच विपक्षी दलों ने गुप्ता के बयान की आलोचना जारी रखी है। जदयू ने कहा कि दरअसल हितों का टकराव है और उन्होंने उस पैनल में गुप्ता को बनाए रखने पर सवाल खड़ा किया जिसे तंबाकू से जुड़े मुद्दों पर विचार करना है। जदयू नेता के सी त्यागी ने कहा कि विश्व स्वास्थ्य संगठन, जिसका भारत एक सदस्य है, ने कहा है कि तंबाकू स्वास्थ्य के लिए खतरनाक है। उन्होंने यह भी कहा कि जिस पैनल को स्वास्थ्य पर तंबाकू के प्रभावों पर गौर करना है, उसमें गुप्ता की उपस्थिति हितों का टकराव है क्योंकि वह तो बीड़ी कारोबारी हैं। उन्होंने कहा कि संसद की नैतिकता समिति के अनुसार एेसा कोई भी सांसद उस समिति का हिस्सा नहीं हो सकता जिसमें उनका वाणिज्यिक हित जुड़ा हो। राजग सहयोगी पीएमके ने कहा कि भाजपा सांसदों ने बिना किसी वैज्ञानिक आधार के अज्ञानता भरा और मूर्खतापूर्ण बयान दिया है और उसने मोदी सरकार से एेसे बयानों पर विराम लगाने का आह्वान किया क्योंकि देश को शर्मिंदा नहीं किया जाना चाहिए।
पीएमके संस्थापक और पूर्व केंद्रीय मंत्री अंबुमणि रामदास ने कहा, मेरा मतलब है कि इन लोगों को ये मूर्खतापूर्ण बयान देना बंद करना चाहिए क्योंकि दुनिया में लोग मानते हैं कि भारतीय सांसदों में कम बुद्धि है और एेसा नहीं होना चाहिए। उन्होंने कहा कि भारतीय चिकित्सा शोध परिषद समेत वैश्विक ख्यातिप्राप्त संस्थानों ने सैकड़ों एेसे अध्ययन किए हैं जिनसे पता चलता है कि तंबाकू से न केवल कैंसर बल्कि वृक्क, फेफड़े और मस्तिष्क के भी रोग होते हैं।