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पीएम पद की विश्वसनीयता की बहाली बड़ी उपलब्धि: जेटली

नरेंद्र मोदी सरकार ने शासन के अपने पहले एक साल की उपलब्धियां गिनाते हुए शनिवार को कहा कि संप्रग शासन के दौरान कथित रूप से प्रभावित हुई प्रधानमंत्री पद की विश्वसनीयता, गरिमा और कद को उसने बहाल किया है। शासन से बाहर बने ताकतवर सत्ता तंत्र को ध्वस्त किया है।
पीएम पद की विश्वसनीयता की बहाली बड़ी उपलब्धि: जेटली

इस महीने की 26 तारीख को मोदी सरकार का एक साल पूरा होने के अवसर पर भाजपा मुख्यालय में आयोजित एक विशेष संवाददाता सम्मेलन में पार्टी के वरिष्ठ नेता और वित्त मंत्री अरुण जेटली ने कहा, यह वर्ष निश्चित तौर पर प्रधानमंत्री का है। संप्रग सरकार ने प्रधानमंत्री के पद को छोटा करने का प्रयास किया था और सरकार की ताकत का बिंदु शासन के बाहर था, उस व्यवस्था को हमने ध्वस्त किया।

उन्होंने कहा, साथ ही इस एक साल में निराशा की राजनीति को दूर किया गया, प्रशासन में आई नीतिगत पंगुता को समाप्त करके तेज गति से फैसले करने की प्रक्रिया शुरू हुई और रसातल में जा रही अर्थव्यवस्था को पटरी पर लाया गया। जेटली ने कहा, मोदी शासन के इस एक साल में एक बड़ा परिवर्तन यह भी आया कि भ्रष्टाचार के विकल्प में देश में पारदर्शिता एक बार फिर से कायम हुई और सांठ-गांठ वाले पूंजीवाद की जगह नीतिगत व्यापक उदार स्वरूप को लाया गया।

भ्रष्टाचार को काबू करने को भी मोदी सरकार की बड़ी उपलब्धि गिनाते हुए उन्होंने कहा, अब नार्थ ब्लाक और साउथ ब्लाक में पैरवी करने वालों और भ्रष्टाचार का स्थान नहीं रहा। इस सवाल पर कि मोदी ने चुनाव में जिन अच्छे दिनों का वायदा किया था, क्या वह आ गए, जेटली ने कहा, देश में भ्रष्टाचार का हटना, सरकार का निर्णायक बनना, अंतरराष्ट्रीय स्तर पर देश की छवि बेहतर होना, अर्थव्यवस्था का निराशा से निकलना अच्छे दिनों के आने का ही द्योतक है।

समाचार चैनलों पर चुटकी लेते हुए उन्होंने कहा, घोटालों का नहीं होना इस बात को दिखाता है कि कुछ चैनलों के अब अच्छे दिन नहीं दिखते।  जेटली ने साथ ही यह माना कि मोदी सरकार के कुछ मंत्रियों और भाजपा के व्यापक परिवार के कुछ लोगों द्वारा विवादास्पद बयान देना एक समस्या है। इस बारे में किए गए सवाल पर उन्होंने कहा, यह एक समस्या है। लेकिन हल ढूंढा गया है और समस्या में कमी आई है।

मोदी सरकार में अल्पसंख्यक समुदायों के विश्वास के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा, पिछला एक साल सामाजिक सद्भाव की दृष्टि से अच्छा रहा। सरकार का प्रयास रहा कि तनाव नहीं होने पाए। कुछ ने बयान दिए लेकिन उच्च स्तर पर उन्हें समझाया गया। कुछ घटनाएं हुईं, चर्चों में तोड़-फोड़ की भी कुछ घटनाएं हुई मगर जांच में पाया गया कि उनके पीछे कोई सामाजिक तनाव नहीं था बल्कि व्यक्तिगत कारण थे। सरकार धर्मिक स्थलों को पूरी सुरक्षा प्रदान कर रही है।

सरकार के सामने पेश चुनौतियों के बारे में पूछे जाने पर वित्त मंत्री ने स्वीकार किया कि वैश्विक-आर्थिक स्थिति की चुनौती, कृषि क्षेत्र की चुनौती और घरेलू निवेश की चुनौती हमारे लिए अभी भी तीन बड़ी चुनौतियां बनी हुई हैं। उन्होंने यह भी माना कि तेल और अन्य कई वस्तुओुं की अंतरराष्ट्रीय कीमतों में कमी आने से मंहगाई पर काबू पाने में मोदी सरकार को मदद मिली है लेकिन सरकार ने प्रबंधन को मजबूत करके भी इसमें अतिरिक्त सफलता पाई है।

जेटली ने कहा, पिछला एक साल भाजपा के लिए ऐतिहासिक रहा और इतिहास में पहली बार पार्टी ने लोकसभा चुनाव में पूर्ण बहुमत पाया। भाजपा देश की राजनीतिक का केन्द्रीय बिंदु बन गई है। वह भारतीय राजनीति का एक ध्रुव बन गई है। इसलिए देश में राजनीति अब भाजपा समर्थक या भाजपा विरोधी हो गई है।

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