इसे अलग स्थान पर ले जाया गया और बाद में पता चला कि बम की धमकी एक कोरी अफवाह थी। सूत्रों ने कहा, विमान के एक शौचालय में शीशे पर लिपस्टिक से लिखा हुआ था कि विमान के कार्गो वाले हिस्से में बम रखा हुआ है। इसके बाद पायलट ने नागपुर एयर ट्रैफिक कंट्रोल (एटीसी) से विमान को उतारने की अनुमति मांगी। नागपुर एटीसी ने पायलट को निर्देश दिया कि वह दिल्ली एटीसी से संपर्क करे।
इसके बाद विमान को दिल्ली की तरफ मोड़ दिया गया और फिर यह विमान दोपहर के समय यहां उतरा। नागरिक उड्डयन राज्य मंत्री महेश शर्मा ने कहा कि एनएसजी और बम निरोधक दस्ते को तुरंत काम में लगा दिया गया था। उन्होंने कहा, केबिन के भीतर कोई विस्फोटक नहीं मिला। विमान के कार्गो वाले हिस्से की जांच की जा रही है। मंत्री ने कहा कि इस प्रक्रिया में तीन घंटे का समय लगता है। उन्होंने कहा कि पूरे इलाके की घेराबंदी कर दी गई और अग्निशमन विमान को अलर्ट कर दिया गया। यात्रियों की भी तलाशी ली गई मगर किसी कि पास से कुछ भी आपत्तिजनक नहीं मिला। विमान में कुछ भी संदिग्ध नहीं पाए जाने के बाद देर शाम उसे उड़ान भरने की अनुमति दे दी गई।