देशभर में अचानक आए कैश संकट ने आम आदमी की परेशानियां बढ़ा दी हैं। देश के कई राज्यों में एटीएम, बैंक में पैसा नहीं है जिसके कारण लोगों को कैश के लिए चक्कर काटने पड़ रहे हैं। हालांकि, सरकार की ओर से कैश की कोई दिक्कत नहीं है जैसी बातें जरुर कही जा रही है लेकिन आम आदमी को इससे राहत बिल्कुल नहीं मिल पा रही है।
बुधवार को भी समस्या ज्यों की त्यों बनी हुई है। राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली समेत बिहार, मध्य प्रदेश, गुजरात, उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश, छत्तीसगढ़, और तेलंगाना राज्यों में कैश की भारी कमी बताई जा रही है। राजनीतिक दल इस संकट की तुलना नोटबंदी के दौरान उपजे हालात से भी कर रहे हैं।
समाचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक मध्यप्रदेश के भोपाल में एक व्यक्ति ने कहा कि वह करीब 12 एटीएम में गया, लेकिन किसी में भी पैसा नहीं मिल रहा है।
#MadhyaPradesh: People continue to face #CashCrunch, A resident of Bhopal says 'I have been to more than 12 ATMs since yesterday, but neither had money, we are facing a lot of problems due to this' pic.twitter.com/K25rRfkmWB
— ANI (@ANI) April 18, 2018
इस संबंध में आर्थिक मामलों के विभाग ने कहा है कि भारत सरकार यह आश्वस्त करना चाहती है कि करेंसी नोटों की पर्याप्त आपूर्ति हुई है। यह भी आश्वासन देना चाह रही है कि आने वाले दिनों / महीनों में अधिक मांग को पूरा करने के लिए पर्याप्त करेंसी की आपूर्ति होगी।
विभाग ने दावा किया है कि एटीएम में नकदी की आपूर्ति के साथ जल्द से जल्द नहीं चलने वाले एटीएम को सामान्य करने के लिए सरकार सभी कदम उठा रही है।
आर्थिक मामलों के विभाग के सचिव एससी गर्ग ने जानकारी दी, “हम 500 करोड़ (500 के नोट) रुपये प्रति दिन प्रिंट करते हैं। हमने उत्पादन को पांच गुना बढ़ाने के लिए कदम उठाए हैं। अगले कुछ दिनों में, हम प्रति दिन लगभग 2500 करोड़ (500 के नोट) रुपये की आपूर्ति करेंगे। एक महीने में यह आपूर्ति लगभग 70000-75000 करोड़ होगी।”
मांग में वृद्धि से आई समस्या, देश में कैश की कमी नहीं: जेटली
केन्द्रीय वित्त मंत्री अरूण जेटली ने कहा कि देश में पर्याप्त मात्रा में मुद्रा प्रचलन में है। बैंकों के पास भी उपलब्ध है। कुछ क्षेत्रों में 'अचानक मांग में असामान्य वृद्धि' की वजह से अस्थायी कमी आई है। इसे जल्दी निपटाने की कोशिश की जा रही है।