रोहित वेमुला की आत्महत्या से पैदा हुए विवाद के चलते दो महीने की छुट्टी से कुलपति अप्पा राव के परिसर लौटने का विरोध कर रहे छात्रों के एक समूह ने कुलपति के आवास में कथित तौर पर तोड़फोड़ के साथ ही पुलिस पर पथराव किया था। जवाब में पुलिस ने उन पर लाठीचार्ज किया और 25 छात्रों तथा दो संकाय सदस्यों को गिरफ्तार कर लिया था। परिसर में उत्पन्न स्थिति के मद्देनजर 23 मार्च को एचसीयू के अधिकारियों ने कक्षाओं को 26 मार्च तक के लिए निलंबित करने की घोषणा की थी। जिसके बाद आज से कक्षाएं फिर से शुरू की गईं। एचसीयू के रजिस्ट्रार एम सुधाकर ने कहा, कक्षाएं आज से शुरू हो गई हैं और कुलपति ने भी छात्रों से कक्षाओं में उपस्थित होने की अपील की है।
एचसीयू के कुलपति ने छात्रों से कक्षाओं में उपस्थित होने की अपील की थी। अप्पा राव ने कहा, इस समय छात्र तथा संकाय सदस्य वर्तमान सेमेस्टर की शेष कक्षाओं के समय पर पूरा होने और आतंरिक आकलन परीक्षाओं को लेकर चिंतित हैं। उन्होंने कहा, मुझे आज से पूर्ण रूप से शैक्षिक गतिविधियां शुरू करने में हर किसी का सहयोग चाहिए जिससे कि यह सुनिश्चित हो सके कि सेमेस्टर परीक्षाएं नियत समय के अनुसार पूरी हों। कुलपति ने कहा कि छात्रों को केवल अपने करियर, पढ़ाई, कक्षाओं और परीक्षाओं के बारे में सोचना चाहिए। आपको इस संबंध में मेरी ओर से और आपके शिक्षकों से हरसंभव मदद मिलेगी।
वहीं जेएसी ने कल एचसीयू सहित देश में सभी परिसरों में कक्षाओं के बहिष्कार का आह्वान किया था। प्रदर्शनकारी छात्रों ने यह कहते हुए कुलपति की तत्काल गिरफ्तारी की मांग की थी कि वह वेमुला मामले में आरोपियों में से एक हैं। अप्पा राव 24 जनवरी को छुट्टी पर चले गए थे क्योंकि आंदोलनकारी छात्र उनके इस्तीफे की मांग कर रहे थे और दलित छात्र के लिए न्याय की मांग करते हुए जोरदार प्रदर्शन कर रहे थे। जेएसी ने एचसीयू और देश के अन्य किसी हिस्से में छात्रों, संकाय सदस्यों के खिलाफ दर्ज सभी आरोपों को वापस लेने तथा अप्पा राव को तत्काल हटाए जाने और गिरफ्तार किए जाने की मांग की है। 22 मार्च को हुई इस हिंसा के बाद गिरफ्तार किए गए छात्रों और संकाय सदस्यों की जमानत याचिका पर आज सुनवाई होनी है।