उत्तर पूर्वी दिल्ली में जारी हिंसा के बीच अरविंद केजरीवाल ने मंगलवार को केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह के साथ बैठक की, जिसमें सुरक्षा समेत कई मुद्दों पर बात हुई। बैठक के बाद अरविंद केजरीवाल ने मीडिया से कहा कि अमित शाह ने भरोसा दिया है कि सुरक्षा बलों की कमी नहीं होने दी जाएगी। इसी के साथ अरविंद केजरीवाल ने यह भी कहा कि मिलकर दिल्ली में शांति बहाली की कोशिश करेंगे।
अरविंद केजरीवाल ने बातचीत में कहा कि अमित शाह के साथ बैठक सकारात्मक रही और हर कोई चाहता है कि हिंसा रुके और शांति लौटे। सभी राजनीतिक दलों की कोशिश होगी कि जल्द जल्द शांति वापस लौटे। गृह मंत्री अमित शाह की ओर से आश्वासन दिया है कि आवश्यकता पड़ने पर और पुलिस बलों को तैनात किया जाएगा।
इस बैठक में उपराज्यपाल दिल्ली पुलिस कमिश्वर अमूल्य पटनायक दिल्ली प्रदेश के कांग्रेस नेता सुभाष चोपड़ा, दिल्ली भाजपा अध्यक्ष मनोज तिवारी और दिल्ली विधानसभा में विपक्ष के नेता राम वीर सिंह बिधूड़ी भी शामिल रहे।
इससे पहले दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने दिल्लीवासियों से शांति की अपील की है। वहीं उन्होंने कहा है कि हिंसा फैलाने के लिए लोग बाहर से आ रहे हैं। लिहाजा सीमाओं को सील करने और निवारक गिरफ्तारी करने की आवश्यकता है। दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने कहा, “मैं सभी दिल्ली वासियों से शांति बनाए रखने की अपील करता हूं। हम उत्तर पूर्वी दिल्ली में हुई हिंसा से चिंतित हैं। कई पुलिसकर्मी और नागरिक घायल हो गए और कुछ ने अपनी जान गंवा दी। कई घरों में आग लगा दी गई और दुकानों को क्षतिग्रस्त कर दिया गया। यह बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है।”
पुलिस की कमी बताते हुए केजरीवाल ने कहा कि प्रभावित क्षेत्रों के विधायकों ने मुझे सूचित किया कि पुलिस बल की भारी कमी है और पुलिस तब तक कार्रवाई नहीं कर सकती जब तक उन्हें ऊपर से आदेश नहीं मिलते।
केजरीवाल ने कहा कि बैठक में, सीमावर्ती क्षेत्रों के विधायकों ने कहा है कि लोग बाहर से आ रहे हैं। सीमाओं को सील करने और निवारक गिरफ्तारी करने की आवश्यकता है।
अस्पताल के अधिकारियों को तैयार रहने के निर्देश
केजरीवाल ने कहा, “मैंने जिलाधिकारियों से इन क्षेत्रों में पुलिस के साथ शांति मार्च निकालने के लिए भी कहा है। अस्पताल के अधिकारियों को तैयार रहने और वहां आने वाले घायलों को गुणवत्तापूर्ण चिकित्सा सहायता प्रदान करने के लिए कहा गया है। अग्निशमन विभाग को पुलिस के साथ समन्वय स्थापित करने और प्रभावित क्षेत्रों में समय पर पहुंचने के लिए कहा गया है।”
केजरीवाल ने बुलाई थी आपात बैठक
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने अपने सरकारी आवास पर हिंसा प्रभावित इलाकों के विधायकों और अधिकारियों की आपात बैठक बुलाई थी। बैठक के बाद उन्होंने अपने विधायकों, मंत्रियों और अधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिए हैं। इससे पहले दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने उपराज्यपाल अनिल बैजल और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से संशोधित नागरिकता कानून (सीएए) के विरोध और समर्थन के दौरान उत्तर-पूर्वी दिल्ली के कुछ हिस्सों में हिंसा के मद्देनजर कानून-व्यवस्था बहाल करने का अनुरोध किया था। उन्होंने ट्वीट किया, ‘‘दिल्ली के कुछ हिस्सों में शांति-व्यवस्था में गड़बड़ी की बहुत परेशान करने वाली खबरें आ रही हैं। मैं माननीय उपराज्यपाल और केंद्रीय गृह मंत्री से शांति और सौहार्द्र सुनिश्चित करते हुए कानून-व्यवस्था बहाल किए जाने का अनुरोध करता हूं। किसी को भी माहौल खराब करने की अनुमति नहीं मिलनी चाहिए।’’