ब्रिटेन से यूपी आए 570 लोगों को अब तक नहीं ढूंढा जा सका या तो इनके मोबाइल स्विच ऑफ है या दिए गए पते पर ये मौजूद नहीं है। 9 दिसंबर के बाद 1655 लोगों में से अब तक मात्र 1085 लोगों को ही ढूंढा जा सका है ।इन सब का rt-pcr जांच कराई गई जिसमें से 10 लोग पॉजिटिव मिल चुके इनमें से 9 संक्रमितों का इलाज उत्तर प्रदेश में चल रहा है जबकि एक व्यक्ति दिल्ली में भर्ती है।
लखनऊ में कुल 95 लोग ब्रिटेन से लौटे थे जिनकी सूची स्वास्थ्य विभाग को मिली थी स्वास्थ्य विभाग ने इन सभी 95 लोगों को आईडेंटिफाई कर लिया है इनकी rt-pcr जांच भी करा ली है लखनऊ में कोई भी मिसिंग नहीं है इसके साथ ही इन 95 लोगों के साथ मिलने जुड़ने वाले 150 लोगों का भी rt-pcr जांच करा लिया गया है वह भी नेगेटिव है।
प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री जय प्रताप सिंह के मूताबिक 27 नवम्बर के बाद से अबतक करीब ढाई हजार लोग बाहर के देशों से उत्तर प्रदेश में आये हैं।सबकी आरटीपीसीआर जांच के बाद उनके सैम्पल को दिल्ली की एक लैब में भी भेज दिया गया है।स्वास्थ्य मंत्री के मूताबिक विदेश से आये जिन ढाई हजार लोगों की जांच की गई उनमें सिर्फ तीन ज़िलों नोएडा ,गाज़ियाबाद और मेरठ में 10 पॉज़िटिव केस मिले हैं।लेकिन किसी मे भी कोरोना वायरस का नया स्वरूप नही मिला है।
जिस तरह से यूके में कोरोना का नया स्ट्रेन मिलने के बाद दुनियाभर में हड़कंप मचा है।नए स्ट्रेन के खतरे को देखते हुए यूपी सरकार भी अलर्ट पर है।वैसे तो यूके से आने वाली फ्लाइट्स पर रोक लगा दी गई है। राजधानी लखनऊ समेत सभी जिला को अलर्ट पर रखा है। यही नही यूपी नेपाल सीमा पर भी अलर्ट किया गया है नेपाल से भारत आने वाले लोगों को देखते हुए उत्तर प्रदेश के कई जिले जो नेपाल से लगे हुए हैं,वहां कोरोना के नए स्ट्रेन को लेकर अलर्ट जारी कर दिया गया है। नेपाल से सटे सोनौली बॉर्डर हो बहराइच का रुपईडीहा बॉर्डर हो या फिर उत्तर प्रदेश में नेपाल से आने वाला कोई और रास्ता हर जगह सख्ती बढ़ा दी गई है।खास तौर पर नेपाल से आने वाले उन विदेशी सैलानियों पर नज़र रखी जा रही है,जिनकी ट्रैवेल हिस्ट्री यूके की रही हो।ऐसे लोगों की बार्डर पर ही जांच के लिए रैपिड रिस्पांस टीम गठित की गई है।
सीमा सुरक्षा बल को भी खास निगरानी के निर्देश जारी किए गए हैं।साथ ही तराई वाले ज़िलों में स्वास्थ्य विभाग की टीम को अलर्ट कर दिया गया है।नेपाल से आने वाले विदेशी सैलानियों की आरटीपीसीआर जांच भी ज़रूरी कर दी गई है। सरकार और स्वास्थ्य विभाग अब उन लोगो की तलाश में है जो गायब है और मिल नही पाए है। सभी जगह चौकसी के साथ मेल ,व्हाट्सएप कॉल ,पड़ोसी ,पासपोर्ट ऑफिस और एयरपोर्ट ऑथोरिटी से मदद लिया जा रहा है जिस से जो गुम हुए है उनको ढूंढा जा सके।