स्वास्थ्य मंत्रालय ने होम आइसोलेशन को लेकर नए दिशानिर्देश जारी किए हैं। सोमवार को जारी किए गए दिशा-निर्देश के मुताबिक हल्के या पूर्व-लक्षण वाले संक्रमित मरीजों को 17 दिनों के बाद 10 दिनों तक बुखार न आने की स्थिति में डिस्चार्ज किया जा सकता है। मंत्रालय द्वारा जारी किए गए संशोधित दिशानिर्देशों में बताया गया है कि इस तरह के लक्षण वाले मरीज घर पर ही होम-आइसोलेश का विकल्प चुन सकते हैं यदि उनके पास अपने घर पर सुविधा उपलब्ध हो। ऐसा करने से परिवार के अन्य सदस्य के साथ संपर्क में आने से बचा जा सकेगा।
17 दिन बाद 10 दिनों तक बुखार नहीं आने होम आइसोलेशन समाप्त
अपने गाइडलाइन में मंत्रालय ने यह भी स्पष्ट किया है कि रोगी को स्वास्थ्य अधिकारियों द्वारा उपचार किया जाएगा। और मरीज की स्थिति को लेकर नियमित रूप से जिला निगरानी अधिकारियों को सूचित करना होगा। संसोधित गाइडलाइन में स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा है कि होम-आइसोलेशन के तहत रोगी में लक्षणों के शुरू होने के 17 दिन बाद 10 दिनों तक बुखार नहीं आने की स्थिति में होम-आइसोलेशन अवधि को समाप्त कर दिया जाएगा। इस स्थिति में टेस्टिंग की कोई जरूरत नहीं है।
आरोग्य सेतु ऐप डाउनलोड करना होगा
इसके अलावा मंत्रालय ने अपने गाइडलाइन में इस बात का भी स्पष्ट तौर पर उल्लेख किया है कि मरीज को अपने मोबाइल में आरोग्य सेतु ऐप डाउनलोड करना होगा और हर समय इसे एक्टिव रखना होगा। मरीज को इस दौरान सांस लेने में तकलीफ, लगातार दर्द या छाती में दबाव, मानसिक भ्रम और चेहरे के नीले रंग के लक्षण दिखाई देने पर तुरंत चिकित्सा सहायता लेने व स्वास्थ्य अधिकारियों को सुचित करने को कहा गया है।
प्रोटोकॉल का उल्लंघन करने पर कानूनी कार्रवाई
गाइडलाइन में यह भी कहा गया है कि मरीज को होम-आइसोलेशन अवधि के दौरान निरधारित प्रोटोकॉल का पालन करना होगा। ऐसा नहीं करने पर निर्धारित कानून के तहत कार्रवाई भी की जाएगी।
बता दें, देश में कोरोना के अब तक 67,152 मामले सामने आ चुके हैं जबकि 2,206 लोगों की मौत हो गई है।