लोकसभा में कांग्रेस के नेता अधीर रंजन चौधरी के दिल्ली कार्यालय में मंगलवार शाम को चार अज्ञात व्यक्तियों ने कथित रूप से तोड़फोड़ की और उनके कर्मचारियों को गालियां दीं। पुलिस ने यह जानकारी दी।
चौधरी के निजी सचिव प्रदीप्तो राजपंडित ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई कि चार व्यक्ति शाम करीब साढ़े पांच बजे चौधरी के बारे में पूछते हुए कांग्रेस नेता के दफ्तर में घुस आये। पुलिस के मुताबिक वहां मौजूद कर्मचारियों ने जब उनसे उनके बारे में पूछा तो उन्होंने फोन पर उनसे बातचीत कराने का दबाव बनाया।
पुलिस के मुताबिक जब उनकी बात नहीं मानी गयी तब चारों ने कथित रूप से कर्मचारियों को गालियां दी और कार्यालय में तोड़फोड़ की। पुलिस ने कहा कि वह मामले की जांच कर रही है।
कांग्रेस ने की सुरक्षा बढ़ाने की मांग
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अधीर रंजन चौधरी के दिल्ली आवास पर हिंसा की घटना को देखते हुए पश्चिम बंगाल पार्टी इकाई ने मंगलवार को उनकी सुरक्षा को बढ़ाने की मांग की और कहा कि इसके खिलाफ बुधवार को राज्यव्यापी निंदा दिवस मनाया जाएगा। राज्य कांग्रेस प्रमुख सोमेन मित्रा ने एक बयान में कहा, "मैं चौधरी के निवास की बर्बरता का दृढ़ता से खंडन करता हूं। जिस तरह से उन्होंने दिल्ली के दंगों के खिलाफ अपनी आवाज उठाई है, उसके प्रतिशोध के रूप में कायरतापूर्ण कृत्य किया गया।"
केंद्र पर जोरदार हमला करते हुए मित्रा ने कहा कि दिल्ली में कानून और व्यवस्था की स्थिति ऐसी है कि बदमाश लोकसभा में कांग्रेस नेता के आवास पर भी खुलेआम हमला कर रहे हैं।
लेफ्ट ने भी मोदी सरकार को घेरा
सीपीआई-एम पोलित ब्यूरो के सदस्य मोहम्मद सलीम ने भी "चौधरी के आवास पर कायरतापूर्ण हमले" की निंदा की। सलीम ने एक ट्वीट में भाजपा नेता कपिल मिश्रा को दी गई कथित वाई+ सुरक्षा पर कटाक्ष किया। उन्होंने कहा, "दिल्ली में दंगे भड़काने वाले व्यक्ति को Y + सुरक्षा प्रदान की गई है, लेकिन जब विपक्ष के नेता दिल्ली हिंसा पर चर्चा की मांग करते हैं, तो उनके घर पर उपद्रवियों द्वारा हमला किया जाता है।"