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ममता विमान मामले में जांच का आदेश

सरकार ने आज संसद को सूचित किया कि पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को लेकर कोलकाता जा रही एक उड़ान समेत तीन विमानों में एक ही समय ईंधन कम होने के मामले में नागर विमानन महानिदेशालय (डीजीसीए) ने जांच का आदेश दे दिया है।
ममता विमान मामले में जांच का आदेश

तृणमूल कांग्रेस और अन्य विपक्षी दलों ने इस मामले में साजिश का और ममता बनर्जी की जान को खतरा होने का आरोप लगाया। तृणमूल कांग्रेस ने संसद के दोनों सदनों में इस विषय को उठाया और आरोप लगाया कि ममता बनर्जी कल जिस विमान से कोलकाता पहुंचने वाली थीं, उसे करीब आधे घंटे तक कोलकाता के ऊपर ही हवा में रहना पड़ा जबकि पायलट ने विमान में ईंधन कम होने की सूचना दी थी।

हालांकि सरकार ने इस तरह की किसी भी साजिश के आरोप को पूरी तरह खारिज करते हुए कहा कि ममता बनर्जी पटना से कोलकाता जाने वाली इंडिगो की जिस उड़ान में सवार थीं, उसके साथ एयर इंडिया और स्पाइसजेट के दो अन्य विमानों ने भी इधन कम होने की जानकारी दी थी। नागर विमानन मंत्री अशोक गजपति राजू ने लोकसभा में कहा कि ममता जिस विमान में सवार थीं, उसे कोलकाता हवाई अड्डे के ऊपर केवल 13 मिनट हवा में रहना पड़ा और यह सुनिश्चित किया गया कि विमान सुरक्षित और व्यवस्थित तरीके से उतरे। नागर विमानन राज्यमंत्री जयंत सिन्हा ने राज्यसभा में यह जानकारी दी।

राजू ने कहा कि नागर विमानन महानिदेशालय (डीजीसीए) ने इस बारे में जांच का आदेश दे दिया है कि कोलकाता में एक ही समय में तीन विमानों में इधन कम होने की समस्या कैसे आई। नियमानुसार उन्हें पर्याप्त इधन लेकर उड़ान भरनी होती है ताकि वे जरूरत पड़ने पर 30-40 मिनट तक भी आसमान में रह सकें और दूसरे सबसे नजदीकी विमानपत्तन पर उतर सकें। ममता बनर्जी की उड़ान के मामले में यह नजदीकी विमानपत्तन भुवनेश्वर का था।

लोकसभा में संसदीय कार्य मंत्री अनंत कुमार ने कहा कि डीजीसीए की रिपोर्ट सदन के पटल पर रखी जाएगी।

लोकसभा में तृणमूल कांग्रेस के नेता सुदीप बंदोपाध्याय ने ममता बनर्जी की जान को खतरा होने का आरोप लगाते हुए कहा कि सरकार को पता लगाना चाहिए कि कोई षड्यंत्र तो नहीं था। निचले सदन में कांग्रेस के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि नोटबंदी के फैसले के बाद ममता बनर्जी की जान को खतरा है। वह कोलकाता से पटना और लखनऊ तथा देशभर में जा रहीं हैं। उनकी जैसी अति महत्वपूर्ण शख्सियतों (वीवीआईपी) के विमानों को प्राथमिकता के साथ उतरने की अनुमति दी जानी चाहिए।

केंद्रीय मंत्री राजू ने कहा, यह कहना गलत है कि विमान कोलकाता के ऊपर 30-40 मिनट तक हवा में उड़ता रहा। विमान केवल 13 मिनट के लिए आसमान में उड़ता रहा। डीजीसीए ने इस मामले में जांच का आदेश दे दिया है कि सभी तीनों विमानों में एक ही समय पर ईंधन कैसे कम हुआ।

उन्होंने बताया कि ममता बनर्जी जिस इंडिगो के विमान में सवार थीं, विमानपत्तन पर उतरने के क्रम में उसके आगे एयर इंडिया का एक विमान था और पीछे स्पाइस जेट का विमान था। नागरिक विमानन मंत्री के मुताबिक इन तीनों विमानों ने कम ईंधन की शिकायत की लेकिन तीनों में से किसी के भी पायलट ने प्राथमिकता के साथ उतरने (प्रायोरिटी लैंडिंग) की मांग नहीं की जबकि वायु यातायात नियंत्रक (एटीसी) ने इसके लिए कहा था।

संसदीय कार्य मंत्री अनंत कुमार ने कहा कि पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री और सभी यात्रियों की सुरक्षा चिंता का विषय है और सुरक्षा की जिम्मेदारी सरकार की है।

भाषा

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