फिलहाल, डीयू अपने स्नातकोत्तर और व्यावसायिक पाठ्यक्रम में प्रवेश देने के लिए प्रवेश परीक्षा आयोजित करता है लेकिन स्नातक स्तर के पाठ्यक्रम में 12वीं के अंकों के आधार पर प्रवेश दिया जाता है। डीयू की प्रवेश समिति के समन्वयक डा. मनोज खन्ना ने कहा, उम्मीद है कि कॉमर्स में प्रवेश के लिए यह (प्रवेश परीक्षा) शुरू की जाएगी। लेकिन हम दूसरे विषयों में भी संभावनाएं तलाश रहे हैं।
उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय सभी पक्षों से चर्चा कर संभावना तलाश रहा है। यह एक पायलट परियोजना की तरह हो सकता है। डा. खन्ना ने कहा, हम सभी संभावनाओं को तलाश रहे हैं। हम कालेज प्राचार्यों समेत सभी पक्षों को विश्वास में ले रहे हैं और उनके साथ चर्चा कर रहे हैं। यदि हम कॉमर्स के लिए इस प्रतियोगिता को आयोजित करने में सफल रहते हैं तो एक तिहाई छात्र इसके दायरे में आ जाएंगे।
विश्वविद्यालय अखिल भारतीय स्तर पर परीक्षाएं आयोजित कराने वाले सीबीएसई के साथ भी गठजोड़ करने की संभावना तलाश रहा है।
डा. खन्ना ने कहा, हम इस संदर्भ में, अखिल भारतीय स्तर पर परीक्षाएं आयोजित कराने वाले सीबीएसई के साथ गठजोड़ करने की संभावनाएं तलाश रहे हैं। लेकिन हम जल्दबाजी नहीं कर रहे ताकि ऐसा कोई गलत कदम न उठ जाए, जो छात्रों के लिए समस्याएं खड़ी कर दे।
उन्होंने कहा कि डीयू वार्षिक प्रवेशों के लिए अवसंरचना को मजबूत करने और प्रवेश परीक्षाओं की तैयारी करने की संभावनाओं का भी आकलन कर रहा है। इसमें विशेष जोर छात्रों के अनुकूल प्रवेश प्रणाली विकसित करने पर है।
भाषा