नए कृषि संबंधी कानूनों को लेकर देशभर के किसान लगातार प्रदर्शन कर रहे हैं। अब किसानों ने देश की राजधानी दिल्ली में अपना डेरा जमा दिया है। केंद्रीय मंत्री और किसान संगठनों के नेताओं के बीच कई दौर की बातचीत हो चुकी है लेकिन ये बेनतीजा रहा है। अब इसके खिलाफ अवॉर्ड वापसी का सिलसिला शुरू हो गया है। पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री और अकाली दल के वरिष्ठ नेता प्रकाश सिंह बादल ने कृषि कानूनों के विरोध में अपना पद्म विभूषण सम्मान वापस कर दिया है।
पूर्व सीएम प्रकाश सिंह बादल ने राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद को लिखी अपनी चिट्ठी में कृषि कानूनों का विरोध किया और किसानों पर हुए कार्रवाई की निंदा करते हुए अपना अवार्ड वापस कर दिया।
पद्म विभूषण लौटाते हुए बादल ने लिखा, “मैं इतना गरीब हूं कि किसानों के लिए कुर्बान करने के लिए मेरे पास कुछ और नहीं है, मैं जो भी हूं इन्हीं किसानों की वजह से हूं। यदि किसानों का अपमान हो रहा है, तो किसी तरह का सम्मान रखने का कोई फायदा नहीं है।“
नए कृषि कानून को लेकर मोदी सरकार लगातार विरोध झेल रही है। एनडीए की सहयोगी दल भी एनडीए पर दबाव बनाए हुए है। अकाली दल और एनडीए का पुराना नाता रहा है लेकिन, इस कानून को केंद्र द्वारा पास कराए जाने के बाद अकाली दल ने पार्टी से किनारा कर लिया। इससे पहले केंद्रीय मंत्री किसानों के समर्थन में मंत्री पद से इस्तीफा दे दी थी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और प्रकाश सिंह बादल के बीच गहरे संबंध रहे हैं। पीएम मोदी बादल को पूजनीय मानते हैं।