आर्म्ड फोर्स स्पेशल पावर्स एक्ट (आफ्सपा) के खात्मे की मांग को लेकर दुनिया में सबसे लंबी भूख हड़ताल कर रही इरोम शर्मिला चानू अपनी मांग मंगवाने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मिलने के लिए तैयार हैं। वह अपने खिलाफ दर्ज आत्महत्या के मामले की सुनवाई के लिए दिल्ली आई हुई हैं। आज उन्हें दिल्ली मेट्रोपोलिटन मेजिस्ट्रेट द्वारा 2006 के आत्महत्या का प्रयास करने के मामले में बरी होने से उन्हें गहरी राहत मिली।
आउटलुक से खास बातचीत के दौरान उन्होंने कहा कि उन्हें दृढ़ विश्वास है कि इस खौफनाक और बर्बर कानून के खिलाफ उन्हें सफलता मिलेगी ही। आर्म्ड फोर्स स्पेशल पावर्स एक्ट (आफ्सपा) के खात्मे की मांग को लेकर ईरोम ने जो 16 साल पहले शांतिपूर्ण ढंग से भूख हड़ताल शुरू की, उसने इस मुद्दे को राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर मंच दिया। इरोम ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मेरी मांगों को समझेंगे। मैंने जो उन्हें संदेश दिया है, जो मांगें भिजवाई हैं, उन्हें समझने की क्षमता उनमें आएगी। पिछले साल जब मैं अपने केस की सुनवाई के लिए यहां आई थी, तो मैंने एक पत्र उन्हें भिजवाया था, जिसमें साफ लिखा था कि मेरी क्या मांगे हैं। उम्मीद है उन्हें ये सब समझ आएगा। वैसे भी लोकतंत्र में हमारे पास सत्ता से मांग करने का ही अधिकार है। इसके लिए वह समय निकालेंगे और बात करने को तैयार होंगे। अभी तक केंद्र और राज्य सरकार तथा सेना ने हमारी मांगों के प्रति बेहद अलोकतांत्रिक रवैया अख्तियार कर रखा है। साथ ही, उन्होंने यह भी कहा कि अगर सत्ता इन मांगों को नहीं सुनती है तो इसके गंभीर परिणाम होंगे। एक खौफनाक खालीपन शुरू हो गया है औऱ पतन भी शुरू होगा।