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कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों का प्रदर्शन तेज, कई टोल प्लाजा किए फ्री

कृषि कानूनों को रद्द करने की मांग को लेकर दिल्ली के कई बॉर्डर पर किसान आंदोलन कर रहे है। सरकार के साथ कई...
कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों का प्रदर्शन तेज, कई टोल प्लाजा किए फ्री

कृषि कानूनों को रद्द करने की मांग को लेकर दिल्ली के कई बॉर्डर पर किसान आंदोलन कर रहे है। सरकार के साथ कई दौर की बातचीत के बाद भी अभी तक कोई नतीजा नहीं निकला है लेकिन किसान तीनों कानून रद्द करने की मांग पर अड़े हैं। शनिवार से  किसानों ने आंदोलन तेज करने का फैसला लिया है। किसानों ने आज देश भर में सभी टोल फ्री करने का आह्वान किया है। दिल्ली जयपुर हाईवे और दिल्ली आगरा हाइवे को भी बंद किया जाएगा। इसके मद्देनजर हरियाणा बॉर्डर छवनी में तब्दील हो गया है। गुरुग्राम और फरीदाबाद में पुलिस अलर्ट है और सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं।

टोल प्लाजा ब्लॉक करने के ऐलान के बाद हरियाणा में किसानों ने शुक्रवार रात को बस्तारा टोल प्लाजा बंद कर दिया था। वहीं अंबाला में शंभू टोल प्लाजा को किसानों ने बंद कर दिया है। जिसके बाद इसे टोल फ्री कर दिया गया है। जबकि यूपी के सभी टोल प्लाजा पर सुरक्षा और सतर्कता के निर्देश दिए गए हैं।  प्रदेश के सभी 130 टोल प्लाजा पर पुलिस और पीएसी की तैनाती की गई है।

दरअसल एक तरफ किसानों की चेतावनी है तो दूसरी ओर कानून वापस ना लेने की सरकार की धमक। समाचार एजेंसी एएनआई के अनुसार किसान नेता बलबीर सिंह राजेवाल ने कहा कि 12 दिसंबर को किसान दिल्ली-जयपुर हाइवे को ब्लॉक करेंगे। इस दौरान किसान जिला कलेक्टर, बीजेपी नेताओं के घरों के सामने प्रदर्शन करेंगे तो टोल प्लाज भी जाम करेंगे।

भारतीय किसान यूनियन प्रमुख बलवीर एस राजेवाल ने कहा कि 12 दिसंबर को दिल्ली-जयपुर हाईवे को बंद किया जाएगा। 14 दिसंबर को देशभर में डीसी कार्यालयों के सामने, भाजपा नेताओं के घरों और दफ्तरों, रिलायंस व अडानी टोल प्लाजा पर धरना देंगे। इतना ही नहीं किसानों ने रेलवे ट्रैक पर प्रदर्शन करने की भी घोषणा की है। लेकिन अभी उसकी तारीख तय नहीं है। वहीं दूसरी तरफ देशभर के सभी टोल प्लाजा को भी टोल फ्री कर दिया जाएगा।


स्वर्ण मंदिर में शुक्रवार को पंजाब के अमृतसर जिले के किसानों के एक अन्य बैच ने दिल्ली के लिए यात्रा शुरू की। किसान मजदूर संघर्ष समिति का नेतृत्व कर रहे एसएस पंधेर के अनुसार, बैच में लगभग 700 ट्रैक्टर ट्रॉलियां, भोजन और अन्य सामग्री शामिल हैं जो आंदोलन जारी रखने के लिए आवश्यक हैं। भारतीय किसान यूनियन (BKU) के अध्यक्ष स्वराज सिंह ने कहा कि उन्होंने गुरुवार को गौतम बौद्ध नगर के सांसद महेश शर्मा के आवास और अस्पताल का घेराव किया

एक अन्य किसान नेता बूटा सिंह ने कहा कि उनकी अगली कार्रवाई में पंजाब और हरियाणा में ही नहीं बल्कि पूरे देश में रेलवे ट्रैक अवरुद्ध होंगे और इसके लिए तारीख को अंतिम रूप दिया जा रहा है।

इस बीच, तमिलनाडु के नेशनल साउथ इंडियन रिवर्स इंटरलिंकिंग फार्मर्स एसोसिएशन के किसानों ने आरोप लगाया है कि विरोध को बाधित करने के लिए कई प्रयास किए जा रहे हैं। एसोसिएशन लीडर हित अब्दुल्ला ने कहा, '' हम में से 300 लोगों ने 4 नवंबर को दिल्ली जाने के लिए रेलवे टिकट बुक किया था, लेकिन हमारे टिकट रद्द कर दिए गए। '' हमारे नेता को तमिलनाडु में गिरफ्तार कर लिया गया है। हमने टिकटों पर लगभग 900 रुपये खर्च किए और भारतीय रेलवे द्वारा केवल 400 रुपये वापस किए गए। हमने 2 दिसंबर को फिर से टिकट बुक किया और फिर से टिकट रद्द कर दिए गए। ”

जिस तरह से किसान आंदोलन तेज हो रहा है ।उससे दिल्ली में रहने वाले लोगों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। अभी फिलहाल दिल्ली में सिंघु बॉर्डर, टिकरी बॉर्डर, औचंदी, पियाऊ मनियारी और मंगेशपुर बॉर्डर बंद है, नेशनल हाइवे 44 बंद है। किसानों ने 8 दिसंबर को भारत बंद किया था।

 

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