खान से नाइट राइडर्स स्पोर्ट्स प्राइवेट लिमिटेड (केआरएसपीएल) के शेयरों को मॉरिशस की एक कंपनी को बेचने को लेकर कथित अनियमितता के विशेष आरोप में पूछताछ की गई। केआरएसपीएल की फ्रेंचाइजी का स्वामित्व उनकी कंपनी रेड चिली एंटरटेंमेंट के पास है।
सूत्रों ने बताया कि उनसे की गई पूछताछ के बाद एजेंसी, दिसंबर या अगले साल के शुरू तक कोलकाता नाइट राइडर्स (केकेआर) और संबंधित संस्थाओं की जांच में फेमा के तहत अंतिम कारण बताओ नोटिस जारी कर सकती है। उन्होंने बताया कि हाल की पूछताछ तब हुई जब अभिनेता 10 नवंबर की शाम बेलगार्ड इस्टेट स्थित एजेंसी के दफ्तर पहुंचे और विदेशी मुद्रा प्रबंधक अधिनियम (फेमा) के प्रावधानों के तहत जांच कर रहे जांचकर्ताओं के साथ तीन घंटे बिताए।
खान से टिप्पणी के लिए संपर्क नहीं हो सका। यह मामला 2008-2009 का है। इस मामले में शाहरूख, उनकी मित्र जूही चावला और उनके पति जय मेहता के स्वामित्व वाली केआरएसपीएल के शेयर मॉरिशस स्थित एक कंपनी को बेच दिए गए। मॉरिशस की कंपनी स्वयं मेहता की है।
दूसरी ओर इस मामले में कांग्रेस ने सरकार के कदम पर सवाल उठाए हैं। कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने कहा है कि क्या शाहरूख को इसलिए निशाना बनाया जा रहा है कि उन्होंने देश में बढ़ती असहिष्णुता पर बयान दिया था। वैसे यह भी एक तथ्य है कि शाहरूख के स्वामित्व वाली आईपीएल टीम कोलकाता नाइट राइडर्स पर फेमा उल्लंघन के आरोप संप्रग की पिछली सरकार के कार्यकाल में ही लगे थे मगर पिछले छह वर्षों से यह मामला जांच के स्तर पर ही अटका हुआ है। भारतीय क्रिकेट और आईपीएल में बड़े पद पर काबिज और पूर्ववर्ती सरकार में कैबिनेट मंत्री रहे एक कांग्रेसी नेता से शाहरूख की करीबी जग जाहिर है और बताया जाता है कि इस मामले में खान पर अब तक कोई आंच नहीं आने में इस नेता की बड़ी भूमिका रही है।