बुधवार को भारत-पाक विदेश सचिव स्तर पर वार्ता पर निर्णय लेने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और विदेश मंत्री सुषमा स्वराज के बीच बैठक हुई। सूत्रों के मुताबिक इस वार्ता के बारे में अंतिम फैसला गुरुवार को राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित डोभाल के पेरिस से लौटने के बाद होगा। इस बीच, भारतीय विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता विकास स्वरूप ने कहा है कि जैश चीफ मसूद अजहर को हिरासत में लिए जाने की भारत सरकार को आधिकारिक सूचना नहीं है। उनका कहना है कि यह खबर पाकिस्तानी मीडिया में प्लांट भी कराई गई हो सकती है। उनका कहना है कि भारत अभी जो भी फैसला लेगा उसे मसूद की कथित हिरासत के मामले से जोड़ कर देखा जाएगा। यह भी कहा जा सकता है कि भारत ने मसूद की गिरफ्तारी की कोई शर्त रखी हो सकती है। जबकि इस मामले में भारत सरकार का रुख पाकिस्तानी प्रधानमंत्री के बयान के आधार पर तय होगा।
गौरतलब है कि पठानकोट में हुए आतंकी हमले के बाद से ही यह कहा जा रहा था कि भारत-पाक के बीच प्रस्तावित विदेश सचिव स्तर की वार्ता खटाई में पड़ सकती है। पिछले हफ्ते प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पाकिस्तान के पीएम नवाज शरीफ से कहा था कि वह पठानकोट मामले में दिए गए सबूतों के आधार पर निर्णायक और त्वरित कार्रवाई करें। शरीफ ने इस मामले में शीर्ष खुफिया, सैन्य और सरकारी अफसरों की एक टीम बनाई है।