हालांकि दोनों पक्षों ने बातचीत को आगे जारी रखने और 10 अक्टूबर को फिर से बैठक करने पर सहमति जतायी। एफटीआईआई छात्रों के प्रवक्ता विकास उर्स ने बैठक के बाद संवाददाताओं से कहा, चौहान को एफटीआईआई अध्यक्ष पद से हटाने और उसकी सोसाइटी को भंग करने की मुख्य मांग का अभी तक समाधान नहीं हुआ है और इस पर 10 अक्टूबर को अगले दौरे की बैठक में चर्चा होगी।
सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय के सचिव सुनील अरोड़ा इस बातचीत का नेतृत्व कर रहे थे जो कि यहां फिल्म डिविजन कार्यालय में आयोजित हुई। इस बैठक में संयुक्त सचिव (फिल्म) के. संजय मूर्ति और फिल्म प्रभाग के महानिदेशक मुकेश शर्मा, एफटीआईआई निदेशक प्रशांत पथराबे और रजिस्ट्रार यू.सी. बोडके शामिल थे। एफटीआईआई के सात छात्रों के अलावा पूर्व छात्रों के संघ प्रतिनिधि अरुणा राजे को भी बातचीत के लिए बुलाया गया था।
उर्स ने कहा, हमने सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय के सचिव के साथ विस्तृत-विचार विमर्श किया और उन्हें मुद्दों पर अवगत कराया जिसमें एफटीआईआई सोसाइटी में अनुचित नियुक्तियां और उसके कामकाज के तरीका शामिल है जिससे परिसर में वर्तमान संकट उत्पन्न हुआ।