आधार के जरिए हो रही धोखाधड़ी की बात आखिरकार सरकार ने स्वीकार कर ली है। केंद्र सरकार ने मंगलवार को स्वीकार किया कि आधार नंबर का बेजा इस्तेमाल कर लोगों के बैंक खाते से धोखाधड़ी से पैसे निकालने की घटनाएं हुई हैं।
इकोनॉमिक टाइम्स के मुताबिक संसद को दी गई जानकारी में चार सरकारी बैंको में 6 घटनाओं की बात कही गई है।
वित्त राज्य मंत्री शिव प्रताप शुक्ला ने मंगलवार को संसद में कहा कि इनमें 1.5 करोड़ रुपये तक का फ्रॉड हुआ है। पब्लिक सेक्टर के बैंकों के डेटा के मुताबिक कस्टमर्स के आधार नंबर का इस्तेमाल कर ग्राहकों के खातों से फ्रॉड तरीके से रकम निकालने के मामले हुए हैं।
उन्होंने कहा कि ऐसे मामलों को रोकने के लिए आवश्यक कदम उठाए गए हैं। इसके अलावा ऐसे मामलों को अंजाम देने वाले अपराधियों के खिलाफ कार्रवाई भी की गई है।
शुक्ला ने बताया कि बैंक ऑफ इंडिया में आधार नंबर की मैपिंग कर फ्रॉड के दो मामले सामने आए हैं। इन मामलों में 1.37 करोड़ रुपये का चूना बैंक कस्टमर्स को लगा दिया गया। वहीं सिंडिकेट बैंक में 2.26 लाख रुपये के फ्रॉड की दो घटनाएं सामने आई। उन्होंने कहा कि बैंक ऑफ इंडिया में सामने आए दोनों मामलो में आधार नंबर से खेल करने वाला कोई और नहीं बल्कि बैंक के ही स्टाफ थे।