कुछ दिन पहले मेघालय के राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने एक टीवी इंटरव्यू में गोवा की भाजपा सरकार पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाया था। इस दौरान उन्होंने यह भी कहा था कि गोवा की सरकार सरकार में हो रहे कथित भ्रष्टाचार की जानकारी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को भी दी गई थी।
आजतक के मुताबिक, इस इंटरव्यू के बाद एक आरटीआई भी दाखिल की गई, जिसमें भ्रष्टाचार को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और सत्यपाल मलिक के बीच हुई बातचीत की जानकारी मांगी गई। लेकिन, इस आरटीआई के जवाब में गोवा राजभवन की ओर से जवाब में ये कहा गया है कि दोनों के बीच हुए पत्राचार गायब हैं।
आरटीआई कार्यकर्ता आयर्स रॉड्रिग्ज ने आरटीआई दाखिल की थी। इसमें उन्होंने गोवा के राज्यपाल रहते हुए सत्यपाल मलिक और पीएम मोदी के बीच हुए उन पत्राचारों की जानकारी मांगी थी, जिसमें उन्होंने सीएम प्रमोद सावंत की सरकार में हो रहे करोड़ों रुपये के घोटाले के बारे में बताया था.
हालांकि, इस आरटीआई के उत्तर में गोवा राजभवन ने यही कहा कि दोनों के बीच हुए पत्राचार की जानकारी गायब है। आयर्स रॉड्रिग्ज ने कहा कि उनकी आरटीआई के उत्तर में गोवा राजभवन के पीआरओ ने कहा, 'पीएम मोदी और सत्यपाल मलिक के बीच हुए पत्राचार गायब थे और उन्हें ढूंढा नहीं जा सका।'