कोरोना वायरस महामारी की तीसरी लहर के बीच आज यानी 26 जनवरी को देश 73वां गणतंत्र दिवस मना रहा है। इस साल राजपथ पर गणतंत्र दिवस परेड में 'आजादी का अमृत महोत्सव' समारोह को चिह्नित करने के लिए 75 विमानों के साथ "सबसे भव्य और सबसे बड़ा" फ्लाईपास्ट पेश किया गया।
फ्लाईपास्ट का समापन स्वतंत्रता के 75 वर्ष के उपलक्ष्य में 'अमृत' फॉर्मेशन में उड़ान भरने वाले 17 जगुआर लड़ाकू विमानों के साथ किया गया। फ्लाईपास्ट में तंगेल फॉर्मेशन शामिल किया गया था। इसमें एक डकोटा और दो डोर्नियर विक फॉर्मेशन में उड़ते हुए दिखाए गए। यह 1971 के युद्ध के तंगेल एयरड्रॉप ऑपरेशन के लिए एक श्रद्धांजलि थी।
इस दौरान 1 चिनूक और चार एमआई-17 का एक मेघना फॉर्मेशन भी था। फ्लाईपास्ट की शुरुआत चार एमआई-17 विमानों के साथ 'ध्वज' के गठन के साथ हुई, इसके बाद क्रमशः चार और पांच उन्नत हल्के हेलीकॉप्टर (एएलएच) के साथ 'रुद्र' और 'राहत' फॉर्मेशन हुए।
परेड में अपनी ताकत दिखाने वाले अन्य विमानों में राफेल, भारतीय नौसेना के मिग29 के, पी-8आई निगरानी विमान और जगुआर लड़ाकू विमान शामिल हुए।
राजधानी दिल्ली में राजपथ पर होने वाले मुख्य आयोजन में भारत की सांस्कृतिक झलक के साथ ही सैन्य ताकत और परंपरागत विरासक की शानदार झलक देखने को मिली।
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सी-130जे सुपर हरक्युलिस विमान ने राजपथ पर फ्लाई पास्ट में हिस्सा लिया। इस नजारे को शूट करने के लिए अलग-अलग विमानों के कॉकपिट में कैमरे लगाए गए।
गणतंत्र दिवस परेड के दौरान आसमान में गरजे राफेल।
गणतंत्र दिवस परेड का ग्रैंड फिनाले - भारतीय वायु सेना के 75 विमानों के साथ फ्लाई पास्ट।