हरियाणा के जींद जिले के कंडेला में बुधवार को महापंचायत हुई। बीते दिनों राकेश टिकैत गाजीपुर बॉर्डर से भावुक हो गए थे जिसके बाद मुजफ्फरनगर में किसानों ने महापंचायत बुलाई थी और बड़ी तादाद किसान गाजीपुर की ओर रवाना हुए थे। आज जींद में आयोजित की गई महापंचायत में किसान नेता राकेश टिकैट पहुंचे। वहां उन्होंने भीड़ को संबोधित किया। लेकिन, अचानक उनका मंच टूट गया। हालांकि, उन्हें हल्की चोटे आई। उन्होंने केंद्र पर निशाना साधते हुए कहा, “सरकार के पास अक्टूबर तक का समय है, अगर सरकार नहीं मानी तो हम 44 लाख टैक्टर के साथ मार्च करेंगे। जब शासक डरता है तो वो किलेबंदी करता है।”
संबोधित करते हुए राकेश टिकैत ने कहा, “दिल्ली में कीलें लगाई जा रही हैं, हम वो अपने खेतों में भी लगाते हैं। राकेश टिकैत ने आगे कहा, "अभी हमने बिल वापसी की बात की है, अगर गद्दी वापसी की बात हुई तो क्या करोगे। टिकैत ने जींद के लोगों को से अपील करते हुए कहा कि जींद वालों को भी दिल्ली कूच की जरूरत नहीं है, आप यहीं रहें।“
किसान आंदोलन का आज 70वां दिन है और आज भी नए कृषि कानूनों पर तकरार जारी है। भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत पहुंचे, वहीं इस बीच भारी संख्या में मंच पर लोग होने के कारण राकेश टिकैत जिस मंच पर खडे़ थे वो टूट गया। इस दौरान राकेश टिकैत बाल-बाल बच गए। बताया जा रहा है कि भीड़ अधिक होने के कारण राकेश टिकैत का मंच टूटा।
नए कृषि कानूनों पर बने गतिरोध के चलते राजधानी दिल्ली से लगी गाजीपुर, टीकरी और सिंघु बॉर्डरों पर किसानों का आंदोलन जारी है। कानूनों को रद्द कराने पर अड़े किसान इस मुद्दे पर सरकार के साथ आर-पार की लड़ाई का ऐलान कर चुके हैं। इस बीच, राकेश टिकैत को मिल रहे भारी समर्थन के बाद गाजीपुर बॉर्डर पर अब आंदोलन का केंद्र बिंदु बन गया है। वहीं, सिंघु और टीकरी बॉर्डर पर भी बड़ी संख्या में प्रदर्शनकारी मौजूद हैं।