प्रधानमंत्री मोदी ने रविवार को अपने मन की बात कार्यक्रम में बताया कि नेताजी के वृहत परिवार के 50 से ज्यादा लोग जल्द ही प्रधानमंत्री निवास आने वाले हैं। यह उनके लिए बेहद खुशी का पल होगा। यह संभवत: पहली बार है जबकि नेताजी के परिजन एक साथ प्रधानमंत्री निवास जाएंगे। प्रधानमंत्री मोदी ने बताया नेताजी के परिजनों की मेहमाननवाजी का सौभाग्य उन्हें अक्टूबर में मिलने वाला है।
गौरतलब है कि हाल ही में पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने नेताजी से जुड़ी 64 गोपनीय फाइलें सार्वजनिक कर उनकी रहस्यमय मौत से जुड़े विवाद को हवा दे दी है। ममता के इस कदम से केंद्र सरकार पर भी नेताजी से जुड़ी फाइलें सार्वजनिक करने का दबाव बढ़ गया है। इस बीच, सुभाष चंद्र बोस के 50 से ज्यादा परिजनों का पीएम आवास में आने का न्यौता देकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस मुद्दे को नया मोड़ दे दिया है।
प्रधानमंत्री के ‘मन की बात’ कार्यक्रम के साल भर पूरा होने के मौके पर उन्होंने कहा, मेरे मन की बात आपके कारण सच्चे अर्थ में आपके मन की बात बन गयी है। आपकी बातें सुनता हूं, आपके लिए सोचता हूं, आपके सुझाव देखता हूं, उसी से मेरे विचारों की एक दौड़ शुरू हो जाती है, जो आकाशवाणी के माध्यम से आपके पास पहुँचती है। बोलता मैं हूं, लेकिन बात आपकी होती है|
रेडियो के साथ नेताजी सुभाष चंद्र बोस को याद करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, सुभाष बाबू रेडियो का कितना उपयोग करते थे? जर्मनी से उन्होंने अपना रेडियो शुरू किया था और हिन्दुस्तान के नागरिकों को आज़ादी के आन्दोलन के सम्बन्ध में वह लगातार रेडियो के माध्यम से बताते रहते थे। आज़ाद हिन्द रेडियो की शुरुआत उन्होंने एक साप्ताहिक न्यूज बुलेटिन से की थी। अंग्रेजी, हिन्दी, बंगाली, मराठी, पंजाबी, पश्तो, उर्दू - सभी भाषाओं में वह रेडियो चलाते थे।