बहुत समय बाद एक बार फिर भारत और पाक के बीच रिश्तों को सुधारने की कवायद शुरू हो गई हैं। पाकिस्तान से लगती सीमा पर अचानक हुए एक महत्वपूर्ण घटनाक्रम में भारत और पाकिस्तान ने समूची नियंत्रण रेखा तथा उससे लगते सभी सेक्टरों में बुधवार रात से संघर्ष विराम तथा अन्य सभी समझौतों के पालन पर सहमति व्यक्त की है।
भारत के सैन्य संचालन महानिदेशक लेफ्टिनेंट जनरल परमजीत सिंह और पाकिस्तान के सैन्य संचालन महानिदेशक मेजर जनरल नोमन जकारिया के बीच पहले से स्थापित संवाद तंत्र हॉटलाइन पर बातचीत के दौरान यह सहमति बनी। दोनों सैन्य अधिकारियों ने सौहार्दपूर्ण माहौल में नियंत्रण रेखा तथा सभी सेक्टरों में स्थिति की समीक्षा की।
बातचीत के बाद जारी संयुक्त वक्तव्य में कहा गया है कि सीमा पर परस्पर लाभ तथा शांति बनाये रखने के लिए दोनों सैन्य अधिकारी एक दूसरे के मुख्य मुद्दों तथा चिंताओं का समाधान करने पर सहमत हुए हैं। दोनों पक्षों ने नियंत्रण रेखा पर तथा इससे लगते सभी सेक्टरों में संघर्षविराम तथा सभी समझौतों का बुधवार रात से पूरी सख्ती से पालन करने पर सहमति व्यक्त की है।
दोनों ने इस बात पर भी सहमति व्यक्त की कि उनके बीच बातचीत के लिए स्थापित हॉटलाइन की व्यवस्था जारी रहेगी तथा किसी भी गलतफहमी के समाधान के लिए फ्लैग मीटिंग का इस्तेमाल किया जायेगा।
पाकिस्तान के संघर्ष विराम उल्लंघन की कहानी
गौरतलब है कि भारत और पाकिस्तान के बीच नियंत्रण रेखा पर 2003 से संघर्ष विराम लागू है, लेकिन पाकिस्तान समय-समय पर इसका उल्लंघन करता रहा है।
जम्मू कश्मीर में वर्ष 2017 में 213, 2018 में 215, 2019 में 153 , 2020 में 221 और 2021 में अब तक नौ आतंकवादी विभिन्न मुठभेड़ों तथा अभियानों में मारे गये हैं।
पाकिस्तान ने वर्ष 2018 में 1629, 2019 में 3168 और 2020 में रिकार्ड 4645 बार संघर्ष विराम उल्लंघन की घटनाएं हुई। यहां तक कि इस वर्ष भी 25 फरवरी तक 591 बार संघर्ष विराम उल्लंघन किया गया।