भारत देश आज 74वें गणतंत्र दिवस का उत्सव मना रहा है। इस अवसर पर देश की राजधानी दिल्ली और कर्तव्यपथ की खूबसूरती देखते ही बन रही है। इस वर्ष मिस्त्र के राष्ट्रपति अब्देल फतह अल-सिसी गणतंत्र दिवस समारोह में मुख्य अतिथि के रुप में शामिल हुए हैं। बतौर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने पहली बार कर्तव्यपथ की परेड की सलामी ली है।
इस अवसर पर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी समेत सभी नेताओं ने देशवासियों को गणतंत्र दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं दीं।
सवेरे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा राष्ट्रीय युद्ध स्मारक पर जाकर शहीदों को पुष्पांजलि अर्पित की गई। उनके साथ रक्षामंत्री राजनाथ सिंह मौजूद रहे। इसके बाद प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी कर्तव्यपथ पर पहुंचे और उन्होंने भव्य झांकियों का आनंद लिया। इससे पहलेपरंपरा के अनुसार, राष्ट्रीय ध्वज फहराया गया और उसके बाद राष्ट्रगान के साथ 21 तोपों की सलामी दी गई।
इस बार कुल 23 झांकियां - राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों से 17 और विभिन्न मंत्रालयों और विभागों से छह - भारत की जीवंत सांस्कृतिक विरासत, और आर्थिक और सामाजिक प्रगति को दर्शाती कार्तव्य पथ पर परेड का हिस्सा बनी हैं। इस बार अयोध्या की झांकी सभी के आकर्षण का केंद्र रही।
इसके अलावा परेड में सशस्त्र सेनाओं के जवानों ने राष्ट्रपति को सलामी दी। अर्जुन टैंक से लेकर अन्य सैन्य उपकरणों को भी कर्तव्य पथ पर प्रदर्शित किया गया। राफेल समेत 45 विमानों ने परेड में चार चांद लगाने का काम किया। इसके साथ हीकर्तव्य पथ पर भारतीय सेना के 50 लड़ाकू विमानों ने ताकत दिखाई। इसमें राफेल, सुखोई, जगुआर जैसे विमान शामिल हुए।