Advertisement

भारत-पाक विदेश सचिव वार्ता: आतंकवाद और कश्मीर का मुद्दा उठा

पठानकोट वायु सेना स्टेशन पर हुए आतंकी हमले के बाद अपनी पहली औपचारिक द्विपक्षीय वार्ता में भारत और पाकिस्तान के विदेश सचिवों ने हमले की जांच और कश्मीर समेत कई पेचीदा मुद्दों पर बातचीत की। मुलाकात के दौरान पाकिस्तानी पक्ष ने कश्मीर को मुख्य मुद्दा बताया।
भारत-पाक विदेश सचिव वार्ता: आतंकवाद और कश्मीर का मुद्दा उठा

भारत के विदेश सचिव एस जयशंकर ने नई दिल्ली में हार्ट ऑफ एशिया सम्मेलन में भाग लेने आए अपने पाकिस्तानी समकक्ष एजाज अहमद चौधरी से मुलाकात की जिसके बाद पाकिस्तानी पक्ष ने कहा कि उसके विदेश सचिव ने जोर दिया कि कश्मीर मुख्य मुद्दा है जिसका संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के प्रस्तावों और कश्मीरी लोगों की भावनाओं के अनुरूप उचित समाधान निकाले जाने की आवश्यकता है। इस बैठक पर भारतीय पक्ष ने तत्काल कोई औपचारिक बयान नहीं दिया है। पिछले साल दिसंबर में दोनों देशों के विदेश मंत्रियों के इस्लामाबाद में सीबीडी की घोषणा करने के बाद से जयशंकर और चौधरी के बीच यह पहली औपचारिक बैठक हुई। दोनों सचिवों ने इस साल मार्च में नेपाल में दक्षेस की एक बैठक के दौरान थोड़ी देर के लिए अनौपचारिक रूप से बातचीत की थी।

 

ऐसा माना जा रहा है कि एस जयशंकर और उनके पाकिस्तानी समकक्ष एजाज अहमद चौधरी ने व्यापक द्विपक्षीय वार्ता (सीबीडी) को आगे ले जाने के तरीकों पर भी विचार-विमर्श किया जो अभी रुकी हुई है। समझा जा रहा है कि भारत की ओर से जयशंकर ने पठानकोट हमले के जांच के मामले को उठाया। भारत वार्ता को आगे बढ़ाने के लिए पठानकोट एयरबेस पर हमले को अंजाम देने वाले आतंकवादियों के खिलाफ कार्रवाई किए जाने का दबाव बना रहा है। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता विकास स्वरूप ने ट्वीट किया, विदेश सचिव ने एक अन्य महत्वपूर्ण द्विपक्षीय वार्ता की। उन्होंने अपने पाकिस्तानी समकक्ष एजाज अहमद चौधरी से मुलाकात की।

 

पाकिस्तान के विदेश सचिव हार्ट ऑफ एशिया-इस्तांबुल प्रोसेस के वरिष्ठ अधिकारियों की बैठक में भाग लेने एकदिवसीय यात्रा पर दिल्ली आए हुए हैं। पाकिस्तान ने विदेश सचिव स्तर की वार्ता पर एक बयान में कहा, कश्मीर सहित सभी लंबित मुद्दों पर चर्चा हुई। पाकिस्तान के विदेश सचिव ने जोर दिया कि कश्मीर प्रमुख मुद्दा है जिसके उचित समाधान की आवश्यकता है। संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के प्रस्तावों और कश्मीरी लोगों की भावनाओं के अनुरूप कश्मीर मुद्दे के उचित समाधान की जरूरत है।

 

Advertisement
Advertisement
Advertisement
  Close Ad