30 मई 2016 को जब इंदिरा गांधी कला केंद्र में नए पदाधिकारियों और संघ के आनुषांगिक संगठन संस्कार भारती और संघ विचारकों की बैठक हुई तो कई मुद्दों के साथ जो महत्वपूर्ण बात निकली वह थी, अंतरराष्ट्रीय स्तर पर एक बड़ा पुरस्कार।
इस बैठक में संघ के सह सरकार्यवाह कृष्ण गोपाल ने भी हिस्सा लिया। सूत्रों के अनुसार इसमें सरकार से आर्थिक मदद न लेने की भी बात है। यह आम लोगों के सहयोग से दिया जाएगा। पुरस्कार महात्मा बुद्ध, महात्मा गांधी, सरदार वल्लभ भाई पटेल, वल्लभाचार्य, झांसी की रानी और सावित्री के नाम पर देने के लिए विचार किया जा रहा है।
अगर सब ठीक रहा और नाम और इसके स्वरूप को लेकर एकमतता रही तो संभव है काशी विश्वविद्यालय की सौंवी वर्षगांठ पर इन पुरस्कारों का श्रीगणेश हो जाए। अगर 200 करोड़ रुपए का फंड जुटाने का लक्ष्य पूरा कर लिया जाता है तो पुरस्कार की राशि भी नोबेल पुरस्कार की राशि जितनी ही रखी जाएगी। इस मामले में संघ ने अपने अन्य विचारकों से भी विचार आंमत्रित किए हैं।