इसरो ने अपनी 36 वीं उड़ान में पीएसएलवी-सी 34 कार्टोसैट-2 श्रृंखला के 727.5 किलो के सैटेलाइट के साथ 19 दूसरे सैटेलाइटों को अंतरिक्ष में लॉन्च किया। इसके साथ ही इसरो ने 20 सेटेलाइटों को एक साथ लॉन्च करके अपने पहले के10 सैटेलाइटों के लॉन्चिंग रिकॉर्ड को तोड़ दिया है। इससे पहले अमेरिका और रुस ने सिंगल मिशन में इतने सेटेलाइटों को एक साथ लांच किया था।
पीएसएलवी-सी34 की लॉन्चिंग सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र के दूसरे लॉन्च पैड से श्रीहरिकोटा में की गई। पीएसएलवी सी-34 के 20 सैटेलाइटों में से 17 व्यवसायिक सेटेलाइट हैं। यानी 17 सैटेलाइट दूसरे देशों के हैं, जिन्हें भेजने के लिए इसरो ने उन देशों से फीस ली है। इसके अलावा दो सैटेलाइट देश के दो शिक्षा संस्थानों के हैं। इस लॉन्चिंग में एक सैटेलाइट कॉर्टोसैट 2 सीरीज इसरो का अपना है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्विटर पर इसरो की इस सफलता के लिए वैज्ञानिकों को बधाई दी। इसके साथ ही उन्होंने पुणे और चेन्नई के उन छात्रों की भी सराहना की, जिन्होंने सैटेलाइट के निर्माण में भूमिका निभाई है। पीएम ने लिखा है कि छात्रों का उत्साह देखकर वह बहुत खुश हैं।