कर चोरी के एक मामले में कार्रवाई करते हुए आयकर विभाग ने रक्षा परामर्शदाता संजय भंडारी का पासपोर्ट जब्त कर लिया है। मिली जानकारी के अनुसार मामले के जांच अधिकारी ने पासपोर्ट अधिनियम की संबद्ध धाराओं के तहत भंडारी का यात्रा दस्तावेज जब्त कर लिया। सूत्रों ने बताया कि आयकर अधिकारियों ने यह कार्रवाई इसलिए की क्योंकि उन्हें आशंका थी कि भंडारी मामले की जांच में अवरोध डालने के लिए देश छोड़कर जा सकते हैं। सूत्रों ने कहा कि विभाग ने साथ ही मामले में मिले नए सुरागों को देखते हुए भंडारी को दोबारा पूछताछ के लिए तलब किया है। भंडारी से उनके फोन पर संपर्क करने की कोशिशें की गईं लेकिन कोई जवाब नहीं मिला।
आयकर विभाग काला धन विरोधी कानून के तहत भंडारी के खिलाफ मामला दर्ज करने पर भी विचार कर रहा है। आयकर विभाग ने रक्षा मंत्रालय के साथ एक सीजर मेमो रिकॉर्ड साझा किया है जो उनके खिलाफ तलाशी के बाद तैयार किया गया। उन्होंने कहा कि अप्रैल में भंडारी के परिसरों में छापेमारी करने वाला आयकर विभाग मामले में विदेशी ठिकानों से अपने कुछ सवालों के जवाब का भी इंतजार कर रहा है और इस उद्देश्य में सफलता मिलने के बाद ही नए कानून के तहत मामला दर्ज किया जा सकता है। एक दूसरे घटनाक्रम में आयकर विभाग ने पिलाटिस प्रशिक्षक लड़ाकू विमानों के लिए 2,800 करोड़ रपए के सौदे और कुछ दूसरे सौदों से जुड़े दस्तावेजों के लिए रक्षा मंत्रालय का रूख किया है। इन सौदों में कथित रूप से भंडारी की कंपनियां शामिल हैं।