गणतंत्र दिवस के मौके पर दिल्ली के लाल किले पर ट्रैक्टर परेड निकालने वाले प्रदर्शनकारियों ने निशान साहिब फहराया, जिसे लेकर पूरे देश में बवाल मच गया है। लाल किले पर चढ़कर निशान साहिब फहराने का वीडियो सोशल मीडिया में वायरल हो रहा है। उसकी पहचान तरण तारण में वान तारा सिंह गांव के रहने वाले जुगराज सिंह के रूप में हुई है।
इस वीडियो में युवाओं को यह कहते हुए सुना जा सकता है कि वान तारा सिंह गांव के जुगराज सिंह ने लाल किले पर खालसा का झंडा फहराया है।
बता दें कि निशान साहिब वास्तव में सिख धर्म के स्वतंत्र व्यक्तित्व का प्रतीक है, यह एक धार्मिक प्रतीक है और प्रत्येक गुरुद्वारा या सिख इतिहास से जुड़े स्थानों पर स्थापित किया जाता है।
वहीं वायरल वीडियों में जुगराज सिंह के दादा के नजर आने का भी दावा किया गया है जो गर्व से अपने पोते को आर्शिवाद दे रहे हैं, हांलाकि उसके दादा ने सभी बातों को खारिज करते हुए कहा है कि उनका पोता एक दिन पहले ही दिल्ली गया था और उसका खालिस्तानियों से कोई संबंध नहीं है। बहरहाल पुलिस इस पूरे मामले की जांच कर रही है।
26 जनवरी के दिन किसानों ने लाल किले की प्राचीर पर चढ़कर तिरंगे का अपमान किया और दूसरे धर्म का झंडा लगाने के साथ ही किसानों का झंडा भी लगाया। इतना ही नहीं किसानों ने पुलिस वालों पर पत्थर और लाठियां बरसाई जिसके कारण 300 से ज्यादा पुलिसकर्मी घायल हो गए। किसानों ने लाल किले के अंदर भी काफी तोड़फोड़ की।