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आतंकियों की धमकियों के चलते कश्मीर में तीसरे दिन भी बाजार बंद, प्रशासन ने दी चेतावनी

कश्मीर घाटी में दिनों तक जनजीवन सामान्य रहने के बाद बंद का लंबा दौर दोबारा शुरू हो गया है। बुधवार को...
आतंकियों की धमकियों के चलते कश्मीर में तीसरे दिन भी बाजार बंद, प्रशासन ने दी चेतावनी

कश्मीर घाटी में दिनों तक जनजीवन सामान्य रहने के बाद बंद का लंबा दौर दोबारा शुरू हो गया है। बुधवार को आतंकियों की धमकी वाले पोस्टर लगने के बाद कश्मीर में तीसरे दिन शुक्रवार को भी बाजार बंद रहे और सड़कों पर परिवहन बहुत कम हो गया। दूसरी ओर, प्रशासन ने कड़ी चेतावनी दी है कि धमकियां देने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।

बुधवार से फिर बंद होने लगे बाजार

बुधवार को श्रीनगर और घाटी के अन्य शहरों में कई स्थानों पर दुकानदारों और सार्वजनिक वाहनों चलाने वालों को चेतावनी देने वाले पोस्टर लगे दिखाई दिए। इसके बाद से बंद का दौर दोबारा शुरू हो गया। श्रीनगर में मुख्य बाजार और घाटी के अन्य शहरों और कस्बों में बाजार बंद हैं। दुकानें कुछ घंटे भी नहीं खुलीं। इससे पहले दुकानें अगर पूरे दिन नहीं खुलीं तो सुबह-शाम खुलने लगती थीं। सड़कों पर सार्वजनिक वाहन भी बहुत कम हैं। हालांकि कुछ ऑटो रिक्शा जरूर चलते दिखाई दिए।

पटरी पर लौटती जिंदगी फिर बाधित

बंद का दौर दोबारा शुरू होने में कुछ हफ्तों में जनजीवन पटरी पर लौटने के संकेत धुंधले पड़ने लगे हैं। कश्मीर की प्रसिद्ध जामा मस्जिद इस शुक्रवार को भी बंद रही। पांच अगस्त से लगातार 16वें शुक्रवार को जामा मस्जिद बंद रही। लाल चौक श्रीनगर के एक दुकानदार ने कहा कि िपछले सप्ताह उन्होंने अपनी दुकान शाम 6 बजे तक खुली रखी लेकिन पिछले दो दिनों से दुकान नहीं खोली है। दुकान सुबह-शाम को भी नहीं खोली।

अभी भी कई प्रतिबंध जारी

अधिकारियों को आशंका है कि बड़ी भीड़ जुटने पर कुछ तत्व माहौल बिगाड़ने का प्रयास कर सकते हैं। प्रीपेड मोबाइल और सभी तरह की इंटरनेट सेवाओं पर अभी भी रोक लगी है। शीर्ष और दूसरी लाइन के अधिकांश अलगाववादी नेता नजरबंद हैं। फारूक अब्दुल्ला, उमर अब्दुल्ला और महबूबा मुफ्ती सहित मुख्य धारा के नेता भी हिरासत में हैं।

डीएम ने धमकियां देने वालों को चेतावनी दी

उधर, श्रीनगर के जिलाधिकारी शाहिद इकबाल चौधरी ने निवासियों को धमकियां देने वाले तत्वों को कड़ी चेतावनी जारी की है। उन्होंने कहा कि हालात को सामान्य हो रहे हैं लेकिन ये तत्व नहीं चाहते हैं। इसलिए आम लोगों और दुकानदारों को धमकियां दी जा रही है। प्रशासन ऐसे तत्वों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करेगा।

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