लोगों ने कहा है कि काटजू की ऐसी सोच एक तरह से बिहार का अपमान है। विवाद बढ़ने के बाद काटजू ने सफाई देते हुए हालांकि यह कहा कि वह बस मजाक कर रहे था।
उन्होंने पोस्ट में लिखा, 'पाकिस्तानियों, चलो एक बार में ही अपने सारे विवाद खत्म करते हैं, हम आपको कश्मीर देते हैं, लेकिन बस इस शर्त पर कि आपको बिहार भी लेना पड़ेगा। यह एक पैकेज डील है। या तो आप पूरा कश्मीर और बिहार लीजिए या फिर आपको कुछ नहीं मिलेगा'।
काटजू ने यह भी लिखा कि 'अटल बिहारी वाजपेयी ने आगरा समिट में मुशर्रफ के सामने एक ऐसी ही डील रखी थी, लेकिन उन्होंने अपनी मूर्खता में इसे अस्वीकार कर दिया था। अब यह ऑफर पाकिस्तानियों को फिर से मिल रहा है, मत चूक ऐ चौहान'।
उन्होंने अपनी एक अन्य पोस्ट में बिहार पर टिप्पणी करते हुए लिखा, 'एक बार इलाहाबाद विश्वविद्यालय में अंग्रेजी के मेरे शिक्षक फिराक़ गोरखपुरी ने मुझसे कहा था कि हिंदुस्तान को खतरा पाकिस्तान से नहीं, बल्कि बिहार से है। मुझे अभी तक समझ नहीं आया है कि उनका क्या मतलब था'।
काटूज के इस बयान पर जदयू महासचिव केसी त्यागी ने कहा कि काटजू के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए, उन्होंने बिहार के लोगों का अपमान किया है। यह देशद्रोह का मामला बनता है।