हरिद्वार कुंभ के समापन को लेकर एक तरफ जहां अखाड़ों में रार मची है। वहीं दूसरी ओर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी चाहते हैं कि अब कुंभ का आयोजन महज प्रतीकात्मक ही होना चाहिए। इस बारे में उन्होंने एक ट्वीट भी किया है।
हरिद्वार कुंभ के दौरान ही कोरोना का कहर बढ़ रहा है। तमाम संत भी कोरोना की चपेट में आ गए हैं। इसी बीच निरंजनी अखाड़े की ओर से कहा गया कि 17 को उनकी ओर से कुंभ का समापन हो जाएगा। इस घोषणा का दूसरे अखाड़े विरोध कर रहे हैं। विरोध को देखते हुए मेला प्रशासन इन अखाड़ों को समझाने की कोशिश में है।
हालात की भयावयता को महसूस करते हुए पीएम मोदी ने भी इसमें दखल दिया है। आज शनिवार की सुबह पीएम मोदी ने एक ट्वीट किया है। मोदी ने जूना अखाड़ा पीठाधीश्वर आचार्य महामंडलेश्वर अवधेशानंद को टैग करते हुए लिखा है कि मैंने प्रार्थना की है कि दो शाही स्नान हो चुके हैं। और अब कुंभ को कोरोना संकट के चलते प्रतीकात्मक ही रखा जाए। इससे इस संकट से लड़ाई को एक ताकत मिलेगी।
यहां बता दें कि जूना अखाड़ा संतों का सबसे बड़ा अखाड़ा है। इस अखाड़े ने विगत दिवस ये एलान किया था कि कुंभ का आयोजन 27 मई तक चलाया जाएगा। यह एलान ही सरकार के लिए सबसे ज्यादा परेशानी का सबब बना हुआ था। सूत्रों का कहना है कि इसके बाद शनिवार सुबह पीएम मोदी ने इस जूना अखाड़े के प्रमुख आचार्य महामंडलेश्वर से खुद फोन पर बात की और उसके बाद ही ट्वीट किया। माना जा रहा है कि अब महामंडलेश्वर की ओर से भी कोई बड़ा एलान हो सकता है।