संयुक्त किसान मोर्चा (एसकेएम) ने गुरुवार को कहा कि वह लखीमपुर खीरी हिंसा पर आगे की रणनीति पर चर्चा करने के लिए 8 अक्टूबर को एक बैठक करेगा।
केंद्र के कृषि कानूनों के खिलाफ किसान आंदोलन की अगुवाई कर रही एसकेएम ने यह भी कहा कि वह केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा के बेटे आशीष मिश्रा की गिरफ्तारी का इंतजार कर रही है। उत्तर प्रदेश पुलिस ने गुरुवार को लखीमपुर खीरी जिले में 3 अक्टूबर की हिंसा के सिलसिले में दो लोगों को गिरफ्तार किया। एक नोटिस के मुताबिक आशीष मिश्रा को शुक्रवार सुबह 10 बजे पुलिस लाइन में आने को कहा गया है।
एसकेएम ने बुधवार को केंद्र और यूपी सरकार को चेतावनी दी थी कि अगर राज्य राज्य मंत्री अजय मिश्रा को हटाने और उनके बेटे की गिरफ्तारी की उनकी मांगें पूरी नहीं होती हैं, तो शहीदों के 'अंतिम अरदास' दिवस पर बड़े कार्यक्रम का एलान किया जाएगा। एसकेएम ने गुरुवार को अपने बयान में कहा कि 12 अक्टूबर को मृत किसानों का 'अंतिम अरदास' किया जाएगा।
इसने कहा कि वह अभी भी आशीष मिश्रा और उसके साथियों की गिरफ्तारी का इंतजार कर रहा है।
किसान समूह ने उत्तर प्रदेश के मंत्री बलदेव सिंह औलख के बयान की भी निंदा की। उन्होंने लखीमपुर खीरी की घटना एक "दुर्घटना" थी वाले बयान को वापस लेने की मांग की
बता दें कि लखीमपुर खीरी कांड में आठ लोगों की मौत हो गई थी। इनमें से चार किसान थे, जिन्हें कथित तौर पर उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य का स्वागत करने के लिए जा रहे भाजपा कार्यकर्ताओं द्वारा चलाए जा रहे वाहनों से कुचल दिया गया था। अन्य चार में भाजपा के दो कार्यकर्ता, केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय कुमार मिश्रा का ड्राइवर और एक निजी टीवी चैनल के लिए काम करने वाले पत्रकार रमन कश्यप शामिल हैं।