रथयात्रा गुंडिचा मंदिर से शुरू होकर वापस उनके निवास तक पहुंचती है। विभिन्न क्षेत्रों के लोग कल से ही इस शहर में उमड़े हुए हैं ताकि 12वीं सदी के भगवान जगन्नाथ मंदिर के देवी-देवताओं की एक झलक पा सकें।
श्रद्धालु काफी उत्साहित हैं क्योंकि भगवान 20 जून को स्नान पूर्णिमा से ही मंदिर के अंदर हैं। देवताओं का नबा जौबाना दर्शन कल से शुरू हुआ क्योंकि स्नान पूर्णिमा के दिन से ही वे अनसारा पिंडी के अंदर हैं। इस अवसर पर बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं के इस पवित्र शहर में जुटने को देखते हुए पुलिस ने सुरक्षा के पुख्ता बंदोबस्त किए हैं। काफी संख्या में पुलिसकर्मियों को तैनात करने के अलावा हवाई और तटीय निगरानी की भी व्यवस्था की गई है।
अहमदाबाद में भी भगवान जगन्नाथ की रथयात्रा
अहमदाबाद में बुधवार को भगवान जगन्नाथ की 139वीं रथयात्रा कड़े सुरक्षा बंदोबस्त के बीच निकली। 15 किलोमीटर की इस यात्रा में भगवान के दर्शन पाने के लिए श्रद्धालु कतारें लगाकर खड़े थे। सबसे पहले गुजरात की मुख्यमंत्री आनंदीबेन पटेल ने भगवान के रथों के लिए मार्ग की सफाई की। इसके बाद जमालपुर स्थित 400 साल पुराने जगन्नाथ मंदिर से भगवान जगन्नाथ, उनके भाई बलभद्र और बहन सुभद्रा की रथयात्रा निकली। भाजपा के अध्यक्ष अमित शाह सुबह चार बजे मंदिर में होने वाली मंगल आरती में शामिल हुए थे। रथयात्रा में सजे-धजे 18 हाथी, 101 ट्रक, करीब 30 धार्मिक मंडल और 20 गायक मंडलियां शामिल हुईं। यात्रा जमालपुर, कलुपुर, शाहपुर और दरियापुर जैसे कुछ संवेदनशील इलाकों से भी गुजरेगी।
भाषा एजेंसी