महाराष्ट्र में कांग्रेस, शिवसेना और एनसीपी की सरकार बनाने को लेकर जारी हलचल के बीच अब भाजपा ने भी सरकार बनाने की बात कही है। भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष चंद्रकांत पाटिल ने कहा कि भाजपा ही महाराष्ट्र की सबसे बड़ी पार्टी है और उसके बिना स्थिर सरकार बनाना संभव नहीं है।
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष पाटिल ने आगे कहा कि हमारे पास सबसे अधिक संख्या है। देवेंद्र फडणवीस ने पार्टी के नेताओं के समक्ष यह भरोसा जताया है कि 119 विधायकों के साथ हम राज्य में भाजपा सरकार बनाएंगे। हम राज्य को एक स्थिर सरकार देने के लिए प्रतिबद्ध हैं। भाजपा के बगैर महाराष्ट्र में कोई सरकार नहीं हो सकती।
वहीं, महाराष्ट्र में राष्ट्रपति शासन के बीच सरकार बनाने का रास्ता साफ होता दिख रहा है। माना जा रहा है कि शिवसेना, एनसीपी और कांग्रेस के बीच डील तय हो गई है। राजनीतिक दलों ने संकेत दिए हैं कि महाराष्ट्र में पांच साल तक शिवसेना का ही मुख्यमंत्री रहेगा।
फडणवीस पर कटाक्ष
पवार ने पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस की टिप्पणी पर भी कटाक्ष किया। फडणवीस ने कहा था कि शिवसेना-एनसीपी-कांग्रेस सरकार छह महीने से ज्यादा नहीं टिकेगी। पवार ने चुटकी लेते हुए कहा, “मैं देवेंद्र जी को कुछ सालों से जानता हूं। लेकिन मुझे पता नहीं था वह ज्योतिष का छात्र है।” पवार ने फडणवीस के ‘मैं फिर आऊंगा’ की टिप्पणी पर भी चुटकी ली
पांच साल करेंगे पूरा: पवार
एनसीपी प्रमुख शरद पवार ने कहा कि शिवसेना-एनसीपी-कांग्रेस की सरकार बनेगी और वह पांच साल का कार्यकाल पूरा करेगी। पवार ने महाराष्ट्र में मध्यावधि चुनाव की संभावना से इनकार किया। बता दें कि प्रदेश में इस समय राष्ट्रपति शासन लागू है। उन्होंने कहा कि तीनों दल एक स्थिर सरकार बनाना चाहते हैं जो विकासोन्मुखी होगी। पवार ने कहा कि मध्यावधि चुनाव की कोई संभावना नहीं है। यह सरकार बनेगी और पांच साल पूरे होंगे। हम सभी यह सुनिश्चित करेंगे कि यह सरकार पांच साल तक चले।
पूरे पांच साल के लिए होगा शिवसेना का सीएम
शिवसेना प्रवक्ता संजय राउत ने कहा था कि साझा कार्यक्रम में महाराष्ट्र के हितों को ध्यान में रखा जाएगा। पूरे पांच साल शिवसेना का ही मुख्यमंत्री होगा। वहीं, राकांपा नेता नवाब मलिक ने कहा कि शिवसेना के साथ आने में कांग्रेस कुछ हिचकिचा रही है। ड्राफ्ट की कॉपी सोनिया गांधी को भेजी है, अगर कांग्रेस साथ नहीं आई तो सरकार नहीं बनाएंगे।