महाराष्ट्र के कई इलाकों में बारिश की वजह से लोगों जनजीवन अस्तव्यस्त हो गया है। विशेषकर पर रत्नागिरी और रायगढ़ में बारिश ने भारी तबाही मचाई है। यहां लगातार हो रही बारिश से रत्नागिरी के चिपलूण और रायगढ़ जिले के महाड में बाढ़ आ गई है। इस बीच राहत और बचाव कार्य के लिए एनडीआरएफ की टीमें तैनात है। फिलहाल रातभर से बारिश रुकी होने की वजह से रत्नागिरी के खेड़ में जहां बाढ़ का पानी जमा हुआ था वह अब उतरने लगा है। जबकि चिपलूण में अब भी पानी भरा है और हजारों लोग अब भी फंसे हैं। बाढ़ में फंसे हुए लोगों के रिश्तेदार जो चिपलूण से बाहर हैं, वे सोशल मीडिया के जरिये अपनों को वहां से सुरक्षित निकालने की गुहार लगा रहे हैं। तेज बारिश के कारण कई जगह लैंडस्लाइड की भी घटनाएं हो रही हैं। इगतपुरी में कसारा घाट पर चट्टान खिसकने और तेज बारिश से मध्य रेल की पटरी तक बह गई, मुंबई से सटे कल्याण और भिवंडी को भी बारिश के पानी ने अपनी आगोश में ले लिया।
इस बीच मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने अधिकारियों के साथ बैठक करके स्थिति की जानकारी ली है और राहत कार्य मे तेजी लाने का आदेश दिया है।
रत्नागिरी का चिपलूण भारी बारिश के कारण डूब गया था. सड़कें नदियों में बदल गई हैं। जो जहां था, वो वहीं फंस रह गया। एनडीआरएफ की टीमों ने वहां फंसे लोगों की सहायता की। जबकि रत्नागिरी जिले के ही खेड़ में भी जगबुड़ी नदी खतरे के निशान से 2 मीटर ऊपर पहुंच गई। वहीं महाड में सावित्री नदी भी खतरे के निशान से ऊपर बहकर तबाही मचा रही है। महाड और खेड में भी एनडीआरएफ और कोस्टगार्ड की सहायता लेनी पड़ रही है।
वहीं रत्नगिरी और रायगढ़ में पानी भरने के कारण जहां मुंबई-गोवा महामार्ग बंद हो गया तो वहीं इगतपुरी के कसारा घाट में भारी बारिश से कहीं चट्टानें खिसकने और रेल की पटरी बहने की भी खबरें हैं। लिहाजा मध्य रेलवे पर टिटवाला से इगतपुरी तक और अंबरनाथ से लोनावाला तक घंटों रेल यातायात बंद रहा। उधर मुंबई से सटे कल्याण, भिवंडी, बदलापुर और आसपास के इलाकों में तेज बारिश में सब कुछ डूब गया।
मुंबई से सटे आसपास के इलाकों में भारी बारिश से जहां तबाही मची हुई है वहीं मुंबई के लिए फायदेमंद भी साबित हो रही है। क्योंकि मुंबई में पीने का पानी देने वाले तालाब बाढ़ की वजह से तेजी से भर रहे हैं। बीएमसी के अनुसार 8 में से 4 तालाब पूरे भर चुके हैं।