मन की बात के 100वें एपिसोड में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को कहा कि रेडियो प्रसारण करोड़ों भारतीयों की भावनाओं की अभिव्यक्ति है और इसने यह सुनिश्चित किया है कि वह लोगों से कभी कटे नहीं।
मोदी ने कहा कि 'मन की बात' ने उन्हें लोगों से जुड़ने का समाधान दिया और यह उनके लिए महज एक कार्यक्रम नहीं बल्कि एक आध्यात्मिक यात्रा है।
 
 उन्होंने कहा, "मन की बात भारत की सकारात्मकता और लोगों का जश्न मनाने वाला त्योहार बन गया है।"
 
 प्रधान मंत्री ने कहा कि कार्यक्रम करोड़ों भारतीयों के "मन की बात" और उनकी भावनाओं की अभिव्यक्ति का प्रतिबिंब है।
 उन्होंने कहा कि चाहे वह 'स्वच्छ भारत' हो, खादी हो या 'आजादी का अमृत महोत्सव' हो, 'मन की बात' में उठाए गए मुद्दे जन आंदोलन बन गए।
 
 मोदी ने कहा कि मासिक रेडियो प्रसारण दूसरों से सीखने का महत्वपूर्ण माध्यम बन गया है।
 
 "इस कार्यक्रम ने यह सुनिश्चित किया है कि मैं आपसे कभी अलग नहीं हूं।" 
 
 100वें एपिसोड के दौरान, मोदी ने कुछ लोगों के साथ टेलीफोन पर बातचीत भी की, जिन्हें उनकी अनूठी पहल के लिए पहले प्रसारण में दिखाया गया था।
केंद्रीय मंत्रियों सहित भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेताओं ने विभिन्न स्थानों पर मोदी के संबोधन को सुना, क्योंकि सत्तारूढ़ दल 100वें एपिसोड को जनता से जोड़ने की एक बड़ी कवायद बनाने के लिए जी-तोड़ कोशिश किया।
भाजपा ने पहले कहा था कि प्रधानमंत्री का प्रसारण सुनने के लिए करीब चार लाख स्थल बनाए जाएंगे।
 
                                                 
                             
                                                 
                                                 
                                                 
			 
                     
                    