फोरम का स्थापना सम्मेलन दिल्ली के अंबेडकर भवन में हुआ। इस मौके पर भारत की कम्यूनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी-लेनिनवादी) महासचिव दीपांकर भट्टाचार्य ने कहा कि पहले कांग्रेस और अब मोदी राज में लोकतांत्रिक अधिकारों पर लगातार चोट की जा रही है। उन्होंने भरोसा जताया कि यह फोरम जनता के मुद्दों को उठाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।
विभिन्न राज्यों से आए ऐक्टिविस्ट ने स्थापना सम्मेलन में कई मुद्दों पर चर्चा की। इस मौके पर जमीन, रोजगार और खाद्य सुरक्षा के मुद्दों पर विस्तार से बातचीत हुई।
स्थापना सम्मेलन में एमसीएफ, एनटीयूआइ, एआइसीसीटीयू, एपवा, समाजवादी संगमन, सीपीएम-पंजाब, सिख यूथ फोरम आदि संगठनों ने हिस्सेदारी की।
सम्मेलन के दौरान एक राष्ट्रीय परिषद का चुनाव किया गया। परिषद में जॉन दयाल, बिनायक सेन, इरफान इंजीनियर, विजय प्रताप, गौतम मोदी, प्रणय कृष्ण और कविता कृष्णन आदि शामिल हैं।