प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को घोषणा की और बताया कि इस वर्ष भी स्वतंत्रता दिवस से पहले देश के वीर शहीदों को सम्मान देने की दृष्टि से "मेरी माटी मेरा देश" अभियान चलाया जाएगा। उन्होंने यह घोषणा अपने "मन की बात" कार्यक्रम में की।
दरअसल, मासिक मन की बात रेडियो कार्यक्रम में, पीएम मोदी ने कहा कि हर तरफ 'अमृत मोहत्सव' की गूंज और 15 अगस्त के करीब, देश में एक बड़ा अभियान शुरू किया जा रहा है - 'मेरी माटी मेरा देश'। उन्होंने कहा कि शहीद बहादुरों के सम्मान में अभियान चलाया जाएगा और देश के लिए अपने प्राण न्यौछावर करने वालों की याद में पूरे भारत में कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे।
देश के लिए अपने प्राणों की आहुति देने वाले वीर जवानों के सम्मान के लिए देश में एक बड़ा अभियान 'मेरी माटी मेरा देश' शुरू होने जा रहा है। इस अभियान के दौरान 'अमृत कलश यात्रा' निकाली जाएगी, जो देश के विभिन्न कोनों और गांवों से 7500 कलशों में मिट्टी और पौधे लेकर दिल्ली पहुंचेगी। इन… pic.twitter.com/pEyw2VnXoD
— ANI_HindiNews (@AHindinews) July 30, 2023
मोदी ने कहा, "इन विभूतियों की याद में देश की लाखों ग्राम पंचायतों में विशेष शिलालेख लगाए जाएंगे।" उन्होंने कहा कि इस अभियान के दौरान एक 'अमृत कलश यात्रा' भी निकाली जाएगी।
प्रधानमंत्री ने कहा, "यह 'अमृत कलश यात्रा' देश के विभिन्न कोनों और गांवों से 7,500 कलशों में मिट्टी लेकर दिल्ली पहुंचेगी। यह यात्रा देश के विभिन्न हिस्सों से पौधे भी लेकर आएगी। जो 7,500 कलश, मिट्टी और पौधे आएंगे, उनसे राष्ट्रीय युद्ध स्मारक के समीप एक 'अमृत वाटिका' बनाई जाएगी।''
अपने रेडियो कार्यक्रम में, पीएम मोदी ने पिछले सालों में सरकार द्वारा हज नीति में किए बदलावों की भी सराहना की और कहा,"अब अधिक से अधिक लोगों को वार्षिक तीर्थयात्रा पर जाने का अवसर मिल रहा है। प्रधानमंत्री ने कहा कि 4,000 से अधिक महिलाएं 'मेहरम' या किसी पुरुष साथी के बिना हज करने में सक्षम थीं, जिसे उन्होंने एक "बड़ा बदलाव" कहा।
उन्होंने कहा कि हाल ही में हज से लौटीं मुस्लिम महिलाओं ने उन्हें पत्र लिखा है। मोदी ने पूर्व में मुस्लिम महिलाओं को 'मेहरम' के बिना हज करने की इजाजत नहीं होने की तरफ इशारा करते हुए कहा, "उनका हज बहुत खास था क्योंकि उन्होंने 'मेहरम' के बिना तीर्थयात्रा की। इनकी संख्या 50 या 100 नहीं बल्कि 4,000 से ज्यादा है। ये एक बड़ा बदलाव है।"
उन्होंने कहा, ''मन की बात के माध्यम से मैं सऊदी सरकार को भी धन्यवाद देना चाहता हूं। जो बदलाव हमने किए हैं, उन्हें सराहा जा रहा है। हमारे मुस्लिम भाइयों और बहनों ने मुझे काफी पत्र लिखे हैं। अब पहले से अधिक लोगों को हज यात्रा पर जाने का मौका मिल रहा है।"
उन्होंने कई कलाकृतियों के बारे में भी बात की जिन्हें हाल ही में अमेरिका से भारत वापस लाया गया है। पीएम मोदी ने कहा, "कुछ दिन पहले सोशल मीडिया पर एक क्रेज था, अमेरिका ने हमें 100 से ज्यादा दुर्लभ और प्राचीन कलाकृतियां लौटाई हैं। भारत लौटीं ये कलाकृतियाँ 250 से 2500 साल पुरानी हैं।"
उन्होंने कहा, "हाल ही में जब मैं फ्रांस गया था, तो मेरी मुलाकात चार्लोट चोपिन से हुई, जो एक योगा प्रैक्टिशनर, योगा टीचर हैं और उनकी उम्र 100 साल से भी ज्यादा है। वह पिछले 40 सालों से योगाभ्यास कर रही हैं। वह अपने स्वास्थ्य और लंबी उम्र का श्रेय योग को देती हैं।"
मोदी ने कहा कि पिछले कुछ दिन प्राकृतिक आपदाओं के कारण चिंताओं और परेशानी से भरे रहे हैं। उन्होंने कहा, "यमुना जैसी कई उफनती नदियों के कारण कई जगहों पर लोगों को परेशानी उठानी पड़ी।"
प्रधानमंत्री ने कहा, प्राकृतिक आपदाओं के बीच, देश के लोगों ने एक बार फिर सामूहिक प्रयास की शक्ति को सामने लाया है। मोदी ने यह भी कहा कि लोगों को जल संरक्षण के लिए नये प्रयास करते देखना उत्साहवर्धक है। उन्होंने उत्तर प्रदेश में एक दिन में रिकॉर्ड 30 करोड़ पौधे रोपने का भी हवाला देते हुए कहा कि यह जनभागीदारी और जागरूकता का उदाहरण है।
पीएम मोदी ने कहा, "आज़ादी का अमृत महोत्सव' के दौरान निर्मित 60,000 से अधिक अमृत सरोवर तेजी से अपनी चमक बिखेर रहे हैं। 50,000 से अधिक अमृत सरोवरों के निर्माण पर भी काम चल रहा है। हमारे देश के लोग जल संरक्षण के लिए नए-नए प्रयास कर रहे हैं।"