प्रधानमंत्री यहां वायुसेना के वरिष्ठ अधिकारियों से स्थिति पर चर्चा करेंगे। इस आतंकी हमले के कारण भारत और पाकिस्तान के बीच सुधरते संबंध एक बार फिर खटाई में पड़ते दिख रहे हैं और शायद इसी बात ने प्रधानमंत्री को चिंतित कर रखा है क्योंकि कुछ दिन पहले ही वह पाकिस्तान की अपनी चंद घंटों की अनौपचारिक यात्रा के जरिये वार्ता की गाड़ी को पटरी पर लाए थे मगर आतंकियों के इस करारे हमले ने उस पहल पर पानी फेर दिया है और अब देश में कांग्रेस समेत अन्य विपक्षी दल प्रधानमंत्री पर इस बात का दबाव बना रहे हैं कि आतंकी गतिविधियां जारी रहते पाकिस्तान से कोई बातचीत न की जाए।
प्रधानमंत्री की यात्रा से पहले शुक्रवार को सुरक्षा बलों ने पठानकोट के विशाल वायुसेना स्टेशन को पूरी तरह सुरक्षित घोषित कर दिया। भारतीय वायुसेना के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि वायुसेना स्टेशन की सघन तलाशी का अभियान पूरा होने के बाद उसे सुरक्षित घोषित किया गया है। शुक्रवार को ही बगल के गुरदासपुर में भी सुरक्षा बलों ने तीन दिन से चलाए जा रहे व्यापक तलाशी अभियान को खत्म कर दिया क्योंकि स्थानीय लोगों ने जैसा दावा किया था वहां वैसा कोई संदिग्ध आतंकी नहीं मिला। लोगों ने दो लोगों के सेना की वर्दी में संदिग्ध स्थिति में घूमने की बात कही थी।
छह आतंकवादियों ने विशाल क्षेत्र में फैले इस स्टेशन को सात दिन पहले निशाना बनाया था। गुरदासपुर में पुलिस अधीक्षक (जांच) बटाला, प्रदीप मलिक ने कहा, तलाशी अभियान पूरा हो गया है। कुछ भी संदिग्ध नहीं मिला। तीसरे दिन तलाशी अभियान की निगरानी करने वाले मलिक ने कहा कि तिबरी छावनी क्षेत्र के 15 किलोमीटर के दायरे में तलाशी अभियान चलाया गया। मलिक ने कहा कि गन्ने के खेतों को भी खंगाला गया लेकिन कुछ भी संदेहास्पद नहीं मिला।