नीति आयोग का हिंदी नाम राष्ट्रीय भारत परिवर्तन संस्थान है। संक्षिप्त तौर पर नीति आयोग के नाम के प्रचलन के चलते कुछ लोगों को ऐसा लगता है कि सरकार ने योजना आयोग के स्थान पर बनाई इस नई संस्थान को हिंदी नाम नीति आयोग दिया है। आरटीआई के तहत नीति आयोग से मांगी गई जानकारी का जवाब देते हुए आयोग ने इस संबंध में जानकारी दी है। एक अन्य जानकारी में आयोग ने कहा, सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) का निर्धारण और परिकलन केंद्रीय सांख्यिकी कार्यालय (सीएसओ), सांख्यिकी और कार्यान्वयन मंत्रालय (एमओएसपीआई) द्वारा किया जाता है। नीति आयोग सीएसओ द्वारा अनुमानित इन संख्याओं का उपयोग करता है।
दिल्ली स्थित आरटीआई कार्यकर्ता गोपाल प्रसाद ने नीति आयोग के नामकरण, जीडीपी के संदर्भ में नीतियों एवं नियमावली तथा जीडीपी के संदर्भ में प्रसन्नता सूचकांक के बारे में जानकारी मांगी थी। इसमें बताया गया कि विकास के लिए हमें अपनी रणनीति स्वयं निर्धारित करनी होगी। देश में और देश के लिए क्या हितकारी हैं, उक्त संस्थान को इस पर ध्यान केंद्रित करना होगा जो विकास के भारतीय दृष्टिकोण पर आधारित होगा। इसमें कहा गया, इन आकांक्षाओं को जीवंत बनाने के लिए नीति आयोग (राष्ट्रीय भारत परिवर्तन संस्था) है। नीति आयोग राज्य सरकारों, विषय विशेषज्ञों और सुसंगत संस्थाओं सहित संपूर्ण पक्षों के बीच गहन विचार विमर्श के बाद बनाया गया है। नीति आयोग की संकल्पना में कहा गया है कि एक महत्वपूर्ण विकासवादी परिवर्तन के रूप में राज्यों की वास्तविक और सतत भागीदारी से स्थिति में बदलाव लाया जाएगा।