प्रधानमंत्री के खिलाफ शहर के बीचो-बीच दीवारों पर कुछ कथित अपमानजनक नारे लिखे हुए पाए जाने के बाद प्रदेश युवा कांग्रेस के एक पदाधिकारी को गिरफ्तार किया गया है।
समाचार एजेंसी पीटीआई के मुताबिक, सिमौर के सहायक पुलिस अधीक्षक वीरेंद्र सिंह ठाकुर ने शनिवार को बताया कि हिमाचल प्रदेश युवा कांग्रेस के राज्य सचिव ओम प्रकाश ठाकुर को बाद में जमानत पर रिहा कर दिया गया। ओम प्रकाश ठाकुर के खिलाफ शुक्रवार को भारतीय दंड संहिता की धारा 124ए (राजद्रोह) और अन्य धाराओं में प्राथमिकी दर्ज की गई थी।
इसके बाद उन्हें गिरफ्तार किया गया था। उनकी गिरफ्तारी को लेकर संगठन ने प्रदर्शन किया और आरोप लगाया कि पुलिस सत्तारूढ़ भाजपा के दबाव में काम कर रही है। सिमौर के पुलिस अधीक्षक रोहित मालपानी ने कहा कि नाहन थाने में ओम प्रकाश ठाकुर के खिलाफ दर्ज प्राथमिकी में से राजद्रोह के आरोप को हटा लिया गया है।
उन्होंने बताया कि उनके खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 426 और सार्वजनिक संपत्ति नुकसान निरोधक अधिनियम के तहत आरोपों को प्राथमिकी में शामिल किया गया है। उन्होंने कहा कि ओम प्रकाश ने गुरुवार रात नाहन के महलत, महिमा पुस्तकालय और शिमला रोड इलाके की दीवारों पर प्रधानमंत्री के खिलाफ आपत्तिजनक नारे लिखे और उनकी तस्वीर सीसीटीवी कैमरों में कैद हो गई।
युवा कांग्रेस के कार्यकर्ता संगठन के राज्य प्रमुख मनीष ठाकुर की अगुआई में कांग्रेस भवन पर इकट्ठा हुए और एक विरोध मार्च निकाला। कार्यकर्ता, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, राज्य सरकार और स्थानीय भाजपा विधायक के खिलाफ नारेबाजी करते हुए पुलिस अधीक्षक के कार्यालय गये. मनीष ठाकुर ने आरोप लगाया कि पुलिस भाजपा नेताओं के दबाव में काम कर रही है। उन्होंने आरोप लगाया कि असहमति की आवाज उठाने पर पूरे राज्य में युवा कांग्रेस के कार्यकर्ताओं का उत्पीड़न किया जा रहा है।