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संसद का शीत सत्रः मोदी की मनमोहन सिंह पर टिप्पणी को लेकर विपक्ष का हंगामा

संसद का शीतकालीन सत्र आज से शुरू हुआ। दिवंगत सांसदों को श्रद्धांजलि देने के बाद लोकसभा 18 दिसंबर तक के...
संसद का शीत सत्रः मोदी की मनमोहन सिंह पर टिप्पणी को लेकर विपक्ष का हंगामा

संसद का शीतकालीन सत्र आज से शुरू हुआ। दिवंगत सांसदों को श्रद्धांजलि देने के बाद लोकसभा 18 दिसंबर तक के लिए स्‍थगित कर दी गई। उच्च सदन राज्यसभा में पहले ही दिन हंगामा देखने को मिला।  

विपक्ष ने राज्यसभा की कार्यवाही शुरू होते ही पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह पर पीएम नरेंद्र मोदी की टिप्पणी और शरद यादव व अली अनवर की सदस्यता खत्म करने के मुद्दे पर हंगामा किया। कांग्रेस और विपक्षी सदस्य मोदी के माफी मांगने की मांग कर रहे थे। हंगामे के चलते राज्य सभा की कार्यवाही पहले 12 बजे तक और फिर दोपहर ढाई बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई। इस सप्ताह के शुरुआत में मोदी ने मनमोहन पर गुजरात विधानसभा चुनाव में भाजपा को हराने के लिए पाकिस्तान से मिलीभगत करने का आरोप लगाया था। मनमोहन ने पलटवार में प्रधानमंत्री पर झूठ बोलने का आरोप लगाया था।

विपक्ष के नेता गुलाम नबी आजाद ने कहा कि महागठबंधन की बैठक में तय किया था कि नीतीश कुमार ही हमारे सीएम चेहरा होंगे और वोट महागठबंधन के नाम पर मांगे जाएंगे। नीतीश कुमार ने वोट महागठबंधन के नाम पर मांगा और गठबंधन को तोड़कर चले गए। विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि सर्वदलीय बैठक में उनके द्वारा उठाए गए मुद्दों को ठीक से नहीं सुना गया जो लोकतंत्र के लिए ठीक नहीं है।

इससे पहले प्रधानमंत्री मोदी ने संसद परिसर में मीडिया से उम्मीद जताई है कि संसद में सकरात्मक बहस होगी जिससे देश को लाभ होगा। दूसरी तरफ विपक्ष ने भी अपने तेवर साफ कर दिए हैं। कांग्रेस ने कहा है कि पीएम मोदी को गुजरात चुनाव में 'पाकिस्तान' का इस्तेमाल करने के मुद्दे पर संसद में सफाई देनी होगी। इस बीच आज मोदी कैबिनेट की बैठक भी होनी है, जिसमें तीन तलाक पर बिल को मंजूरी दी जाएगी। पांच जनवरी तक चलने वाले शीतकालीन सत्र में गुजरात और हिमाचल के चुनावी नतीजे सरकार और विपक्ष के तेवरों पर खासा असर डालेंगे।

नायडू की सीट पर शाह

भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह शुक्रवार को पहली बार बतौर सांसद राज्यसभा पहुंचे। गुजरात से ऊपरी सदन के लिए चुने गए शाह को सदन में पहली पंक्ति में जगह दी गई है। वे उसी सीट पर बैठेंगे जिस पर उपराष्ट्रपति बनने से पहले वेंकैया नायडू बैठते थे। सभापति के तौर पर राज्यसभा में नायडू का भी आज पहला दिन था। पहले ही दिन उन्हें हंगामे का सामना करना पड़ा।

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