मनोहर ने कहा कि जैसे सर्जरी के बाद मरीज बेहोश रहता है, उसी तरह सजिर्कल ऑपरेशन होने के बाद पाकिस्तान बेहोशी में है। उसे पता ही नहीं चला कि हमारी स्पेशल फोर्सेज ने अपना काम कर दिया। इसलिए वो इंकार कर रहा है।
पर्रिकर ने कहा, 'लक्षित हमले के बाद पाकिस्तान की हालत सर्जरी के बाद बेहोश रोगी की तरह है जिसे नहीं मालूम कि उसकी सर्जरी हो चुकी है। लक्षित हमले के दो दिन बाद भी पाकिस्तान को नहीं पता कि क्या हुआ है।' उन्होंने कहा कि भारत शांति को पसंद करता है और अनावश्यक हमले में विश्वास नहीं करता लेकिन वह आतंकवाद को स्वीकार नहीं कर सकता। उन्होंने कहा कि हमले का उद्देश्य पाकिस्तान को संदेश देना था कि भारत के सैनिक पलटवार करना जानते हैं।
यह स्थिति पीओके में चल रहे आतंकियों के 8 लॉन्च पैड पर लक्षित हमला करने के दो दिन बाद की है कि पाक को नहीं पता कि क्या हुआ है। जो हमें चोट पहुंचाएगा हम उसका पूरा जवाब देंगे। एक लॉन्च पैड पर 20 से 30 आतंकियों का समूह घुसपैठ के लिए घात लगाए बैठा रहता है। पाक सर्मथित आतंकियों द्वारा पीओके से एलओसी लांघकर उरी के ब्रिगेड मुख्यालय पर हमला कर 19 जवानों को मौत के घात उतार दिया गया था। इसके बाद देश में पाकिस्तान से बदला लेने को लेकर जनसैलाब उमड़ पड़ा।
सेना की तुलना हनुमान से करते हुए उन्होंने रामायण का जिक्र किया जिसमें हनुमान को जामवंत द्वारा उनकी असाधारण शक्तियों के बारे में याद दिलाने पर वह समुद्र लांघ गए। पर्रिकर ने कहा, 'भारतीय सेना हनुमान की तरह है जो लक्षित हमले से पहले अपनी ताकत के बारे में नहीं जानती थी।' सटीक कार्रवाई के लिए सेना को बधाई देते हुए मंत्री ने कहा कि उन्होंने अद्वितीय कार्य के लिए सभी सैनिकों को बधाई दी है।