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"ब्लैक मनी छिपाने का नया हथकंडा"- तेंदुलकर से लेकर अंबानी-मोदी तक, 300 भारतीय 'हेराफेरी' में! पेंडोरा पेपर्स के बारे में जानिए पूरी बातें

इंटरनेशनल कंसोर्टियम ऑफ इन्वेस्टिगेटिव जर्नलिस्ट्स जिसमें यूके में बीबीसी और 'द गार्जियन' अखबार और...

इंटरनेशनल कंसोर्टियम ऑफ इन्वेस्टिगेटिव जर्नलिस्ट्स जिसमें यूके में बीबीसी और 'द गार्जियन' अखबार और भारत में 'द इंडियन एक्सप्रेस' शामिल हैं, इन्होंने अपनी इन्वेस्टिगेटिगेशन में चौकाने वाला खुलासा किया है। जिसमें 150 मीडिया आउटलेट्स के बीच दावा किया कि इसने 11.9 मिलियन से अधिक गोपनीय डेटा प्राप्त किया। कई सुपर अमीरों के गुप्त वित्तीय लेन-देन का पता लगाने के लिए फाइलें प्राप्त की। ये एक नया हथकंडा ब्लैक मनी छिपाने का बनाया गया था, जिसमें क्रिकेट के भगवान कहे जाने वाले और भारत रत्न से पुरस्कृत सचिन तेंदुलकर से लेकर बिजनेस मैन अनिल अंबानी और पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान तक का नाम शामिल है। इसमें भारत के 300 बिजनेस मैन-हस्तियों के नाम शामिल हैं।

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बताया गया है कि भारतीय क्रिकेट सुपरस्टार सचिन तेंदुलकर, जो संसद में राज्य सभा के सदस्य भी रह चुके हैं, उन्होंने अपने परिवार के सदस्यों के साथ, पैंडोरा पेपर्स में ब्रिटिश वर्जिन आइलैंड्स (बीवीआई) में एक मुखौटा कंपनी के जरिए लाभ कमाया था और इस कंपनी को 2016 में पनामा पेपर्स लीक के बाद खत्म कर दिया गया था।

"सचिन और उनकी पत्नी अंजलि पर आरोप"

पनामा लॉ फर्म एल्कोगल की जांच के मुताबिक, सचिन तेंदुलकर, उनकी पत्नी अंजलि तेंदुलकर और उनके ससुर आनंद मेहता को ब्रिटिश वर्जिन आइलैंड आधारित एक कंपनी: सास (एसएएएस) इंटरनेशनल लिमिटेड के बीओ और निदेशक के रूप में नामित किया गया था। डेटा पनामा की कानूनी फर्म, एल्कोगल के दस्तावेजों का हिस्सा है, जिसमें उनकी कंपनी एलजे मैनेजमेंट (सुइस) द्वारा शामिल की गई है। पेंडोरा पेपर्स लीक के मुताबिक इस सास कंपनी का पहला रिकॉर्ड 2007 का है और इस कंपनी के जरिए इसके मालिकों ने काफी लाभ कमाए, लेकिन पांच साल पहले पनामा पेपर्स लीक के बाद इस कंपनी को बंद कर दिया गया। इस कंपनी के मालिक सचिन, उनकी पत्नी अंजलि और ससुर आनंद मेहता थे।

 

नीरव की बहन से लेकर अंबानी तक का 'धनकुबेर' वाला खेल!

इस रिपोर्ट के जरिए मनी के हेराफेरी में शामिल भारतीय हस्तियों के नामों का भी खुलासा किया गया है। आईसीआईजे की इस रिपोर्ट में अनिल अंबानी, नीरव मोदी की बहन, किरण मजूमदार शाह के पति की संपत्तियों एवं कारोबार के बारे में पर्दा उठाया गया है। रिपोर्ट के मुताबिक ब्रिटेन की कोर्ट में खुद को दिवालिया बताने वाले अनिल अंबानी की विदेशों में 18 कंपनियां हैं। जबकि, नीरव मोदी की बहन के बारे में दावा किया गया है कि नीरव के भागने के एक महीने के बाद ही उसकी बहन ने एक ट्रस्ट बनाया था।

क्या है पेंडोरा पेपर्स लीक मामला?

पनामा पेपर लीक के बाद पेंडोरा पेपर्स ने दुनियाभर में चल रहे ब्लैक मनी को छिपाने के खेल को उजागर किया है। करीब 12 मिलियन (1.20 करोड़) दस्तावेजों को खंगालने के बाद ये खुलासा किया गया है। ये एक ऐसा मामला सामने आया है, जो छिपी हुई संपत्ति, टैक्स से बचने के तरीकों, दुनिया के सैंकड़ों अमीर और शक्तिशाली लोगों द्वारा मनी लॉन्ड्रिंग का खुलासा किया है। इसमें 117 देशों के 600 से ज्यादा पत्रकारों और 140 मीडिया ऑर्गेनाइजेशन ने कई महीनों की पड़ताल और 14 अलग-अलग स्रोतों से दस्तावेजों को खंगालने के बाद ये खुलासा किया हैं। भारत में इंडियन एक्सप्रेस ने ये खबर प्रकाशित की है और खुलासा किया है।

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